किसानों ने कृषि कानून बिलों की प्रतियाँ जलाई

यमुनानगर, 13 जनवरी (हि.स.) । केन्द्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि काले कानूनों के विरोध में बुधवार को सैकड़ों किसान ट्रैक्टरों पर झंडे लगाकर लघु सचिवालय के सामने अनाज मंडी गेट पर इकठ्ठा होकर तीनो कृषि कानूनों की प्रतियाँ को जलाया और ट्रैक्टर मार्च निकाला जो शहर के अन्दर से मुख्य मार्ग होते हुए मिल्क माजरा के टोल प्लाज़ा धरना स्थल पर पहुंचा। इस मौके पर किसानों ने केन्द्र सरकार व प्रदेश सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की।
किसानों का कहना था कि दिल्ली बॉर्डर पर किसान पिछले डेढ महीने से सड़कों पर बैठे हैं और अपनी बात को प्रधानमंत्री से करना चाहते हैं। लेकिन केंद्र सरकार के अड़ियल रवैया ने हमें सड़कों पर बैठने पर मजबूर कर दिया है। हमारा यह आन्दोलन भविष्य में भी है जारी रहेगा। जब तक केंद्र सरकार इन तीनों कालों कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक हम आंदोलन खत्म नही करेंगे और ना ही दिल्ली बॉर्डर से उठेंगे। उन्होने कहा कि आने वाली 26 जनवरी को किसान भी जवान के साथ राजपथ पर मार्च निकालेगा। सुप्रीम कोर्ट द्वारा कमेटी बनाए जाने के फैसला को लेकर किसानों का कहना था कि जो कमेटी बनाई गई है उनसे हमारे शीर्ष नेता बात नहीं करेंगे क्योंकि वो चारों ही सदस्य उस कमेटी के पहले से ही सरकार के अनुरूप समर्थन में कानूनों का फायदा गिनाते आ रहे हैं। किसानों ने कहा कि सरकार किसानों की फसल की सरकार खरीद, अनाज के भंडारण व सरकारी मंडी से पल्ला झाड़ रही है। और जब प्राइवेट मंडी होगी तब रेट व्यापारी तय करेंगे।