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रसायनिक खाद्य के प्रयोग से भूमि की उर्वरा शक्ति पर पड़ा विपरीत प्रभाव : डॉ. अशोक तिवारी

हमारे देश में पहले जैविक खेती होती थी, परन्तु अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए किसानों ने अंधाधुंध रसायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों का प्रयोग किया। जिससे भूमि में नाइट्रोजन, फोस्फरस सहित माइक्रोन्यूट्रियन्ट की कमी आ गयी है, जिस कारण भूमि की उर्वरा शक्ति पर विपरीत प्रभाव पड़ा है।

यह बातें गुरुवार को चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर में कृषि प्रदर्शनी के उदघाटन के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि कानपुर मंडल के संयुक्त कृषि निदेश डॉ.अशोक तिवारी ने कही।

उन्होंने कृषकों को कृषि विभाग में संचालित योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु जागरूक रहने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि सीएसए के प्रसार निदेशक डा.आर.के.यादव ने कहा कि खाद्यान्न में आत्मनिर्भरता के लिये हमें निरन्तर काम करते रहना पड़ेगा। वर्ष 2023 में जनसंख्या में भारत देश विश्व में प्रथम स्थान पर आ जायेगा,जिसके लिये हमें खाद्यान्न उत्पादन बढ़ाने की आवश्यकता होगी।

गोष्ठी में कानपुर नगर उप कृषि निदेशक श्री चौधरी अरूण कुमार ने कृषकों को सम्बोधित करते हुये कृषि विभाग द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही उन्होनें पी.एम. किसान सम्मान निधि योजना के सम्बन्ध में अवगत कराते हुये बताया कि अब भविष्य में आने वाली किस्तों उन्हीं कृषकों को प्राप्त होगी, जिनकी ई.के.वाईसी. एवं भूमि अंकन होगा।

मेले में कृषि बीज, कृषि रक्षा, मृदा परीक्षण, रेशम, उद्यान, इफ्को, पशुपालन, मत्स्य, गन्ना, खाद्य प्रसंस्करण, फसल बीमा आदि पब्लिक व प्राइवेट सेक्टर के स्टाल लगाये गये। मेला में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आये कृषकों ने साहित्य प्राप्त कर तकनीकी जानकारी प्राप्त की।

गोष्ठी में चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर के वैज्ञानिक डा. महक सिंह (तिलहन), डा.अखिलेश मिश्रा (दलहन), डा. संजीव कुमार सिंह (शाकभाजी), डा. हरिश्चन्द्र (मक्का प्रजनक) ने कृषि की नवीनतम तकनीकी की जानकारी कृषकों को दी तथा वैज्ञानिकों ने कृषकों द्वारा उठाए गए कृषि तकनीकी समस्याओं का समाधान भी किया। मंच का संचालन शिव आसरे पाण्डेय, वरिष्ठ प्राविधिक सहायक ग्रुप-बी (कृषि रक्षा) ने किया।

इस मौके पर डा.अशोक तिवारी, संयुक्त कृषि निदेशक, कानपुर मण्डल, कानपुर एवं कृषि तथा कृषि से सम्बन्धित विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारी एवं अधिकाधिक प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहे।

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