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अमेरिकी वैज्ञानिकों माउंगी बवेंडी, लुइस ब्रूस और एलेक्सी इकिमोव को रसायन शास्त्र का नोबेल

स्टॉकहोम, 4 अक्टूबर (हि.स.)। अमेरिकी वैज्ञानिकों माउंगी बवेंडी, लुइस ब्रस और एलेक्सी इकिमोव को रसायन शास्त्र का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा हुई है। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने बुधवार को रसायन शास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा के साथ जानकारी दी कि वर्ष 2023 का रसायन शास्त्र का नोबेल पुरस्कार "क्वांटम डॉट्स की खोज और संश्लेषण के लिए" दिया जा रहा है। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज की ओर से हेन्स एलग्रेन ने जानकारी दी कि वर्ष 2023 के लिए अमेरिका के मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के माउंगी जी बवेंडी, कोलंबिया विश्वविद्यालय के लुइस ई ब्रस और नैनोक्रिस्टल्स टेक्नोलॉजी इंक के एलेक्सी आई एकिमोव को संयुक्त रूप से रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार देने का फैसला किया गया है। उन्होंने बताया कि आज क्वांटम डॉट्स नैनोटेक्नोलॉजी के टूलबॉक्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। रसायन विज्ञान में 2023 के सभी नोबेल पुरस्कार विजेता नैनोवर्ल्ड की खोज में अग्रणी रहे हैं। इस वर्ष के रसायन विज्ञान पुरस्कार विजेता लुईस ब्रस और एलेक्सी एकिमोव एक-दूसरे से स्वतंत्र रूप से क्वांटम डॉट्स बनाने में सफल रहे, जो नैनोकण इतने छोटे हैं कि क्वांटम प्रभाव उनकी विशेषताओं को निर्धारित करते हैं। माउंगी बवेंडी ने क्वांटम डॉट्स के निर्माण के तरीकों में क्रांति ला दी, जिससे उनकी गुणवत्ता बेहद उच्च हो गई। उच्च गुणवत्ता ही आज के नैनो टेक्नोलॉजी क्षेत्र में उनके उपयोग के लिए एक महत्वपूर्ण शर्त है। रसायन विज्ञान में 2023 का नोबेल पुरस्कार क्वांटम डॉट्स यानी इतने छोटे नैनोकणों की खोज और विकास को पुरस्कृत करता है कि उनका आकार उनके गुणों को निर्धारित करता है। इन कणों में अद्वितीय गुण हैं और अब ये टेलीविजन स्क्रीन और एलईडी लैंप से अपनी रोशनी फैलाते हैं। वे रासायनिक प्रतिक्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं और उनकी स्पष्ट रोशनी एक सर्जन के लिए ट्यूमर ऊतक को रोशन कर सकती है। रंगीन रोशनी बनाने के लिए शोधकर्ताओं ने मुख्य रूप से क्वांटम डॉट्स का उपयोग किया है। उनका मानना है कि भविष्य में क्वांटम डॉट्स, लचीले इलेक्ट्रॉनिक्स, छोटे सेंसर, पतले सोलर सेल और एन्क्रिप्टेड क्वांटम संचार में योगदान दे सकते हैं।
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