धमतरी, 14 अक्टूबर (हि.स.)। रेलवे से मिली नोटिस से हड़बड़ाए कब्जाधारियों ने शुक्रवार को नगर निगम कार्यालय में एक बार फिर जोरदार प्रदर्शन किया।
रेलवे प्रभावितों ने नगर निगम के सामान्य सभा की बैठक के दौरान सभागार के सामने नारेबाजी की जिससे सामान्य सभा की बैठक की कार्यवाही भी प्रभावित हुई। लोगों का कहना है कि नगर निगम द्वारा रेलवे प्रभावितों की व्यवस्थापन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यही कारण है कि उन्हें बार-बार रेलवे की ओर से नोटिस मिल रही है। यदि जल्द ही उनका व्यवस्थापन नहीं किया जाता है तो निगम के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी नगर निगम प्रशासन की होगी।
जानकारी के अनुसार सालों से रेलवे की जमीन पर काबिज रहवासियों को मंडल रेल प्रबंधक एवं राज्य संपदा अधिकारी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर द्वारा एक बार फिर से कब्जा छोड़ने की नोटिस मिली है। नोटिस मिलने से धमतरी रेलवे स्टेशन के पास सालों से रह रहे लोग परेशान हैं। प्रभावितों ने गुरुवार को भी नगर निगम कार्यालय के सामने पहुंचकर प्रदर्शन किया था और नगर निगम के खिलाफ नारे लगाए थे। यहां के रहवासियों का कहना है नगर निगम द्वारा बार-बार केवल आश्वासन दिया जा रहा है, लेकिन उनका व्यवस्थापन नहीं किया जा रहा है। इसके चलते उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। घर टूटे हुए पड़े हैं। जानकारी के अनुसार आज से पांच साल पहले रेलवे प्रभावितों की संख्या 287 थी जो वर्तमान में 500 के पार हो चुकी है। यहां की रहवासियों ने कहा कि बार-बार नोटिस मिलने से मानसिक रूप से परेशानी हो रही है। नगर निगम द्वारा दानीटोला वार्ड में अटल आवास निर्माणाधीन है। यहां पर उन सभी को व्यवस्थित किया जाए। धमतरी रेलवे के नैरो गेज से ब्रांड गेज बन रहा है। इसके लिए रेलवे ने सालों से रह रहे लोगों को नोटिस दी है। नगर निगम महापौर विजय देवांगन ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार सभी रेलवे प्रभावितों को व्यवस्थापित किया जाएगा। इसके प्रक्रिया जारी है। इस तरह नगर निगम कार्यालय में आकर नारेबाजी करना उचित नहीं है। इससे अन्य लोगों का कार्य प्रभावित होता है। शासन की प्रक्रिया में थोड़ी देर तो लगती ही है।