जिले में डेंगू फिर पांव पसारने लगा है। अब तक डेंगू के दो मामले सामने आ चुके हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग इससे प्रभावी तौर पर निपटने की तैयारी में जुट चुका है। प्रभावित इलाकों में रोग के प्रसार को नियंत्रित करने के उद्देश्य से दवा का छिड़काव कराया गया है। डेंगू के दोनों मामले फारबिसगंज में मिले हैं। हालांकि दोनों मरीज रोगग्रस्त होकर हाल ही में बाहर से लौटे हैं। इसमें पूर्णियां में जांच के बाद एक व्यक्ति के डेंगू पीड़ित होने की पुष्टि हुई है। इसके बाद से विभाग अलर्ट है।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू से निपटने के लिये विभागीय स्तर से सभी जरूरी तैयारियां की गयी हैं। जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में संबंधित दवाओं का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है। सदर अस्पताल व अनुमंडल अस्पताल फारबिसगंज में डेंगू पीड़ित मरीजों के लिये विशेष वार्ड बनाया गया है। सदर अस्पताल में आठ बेड व फारबिसगंज अनुमंडल अस्पताल में पांच बेड क्षमता वाले विशेष डेंगू वार्ड बनाये गये हैं। विशेष वार्ड में विशेषज्ञ चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी प्रतिनियुक्त किये गये हैं। उन्होंने बताया कि शहरी इलाकों में डेंगू से बचाव को लेकर पूर्व में विभाग द्वारा फॉगिंग करायी गयी है। प्रभावित इलाकों में युद्धस्तर पर फॉगिंग किये जाने की जानकारी उन्होंने दी।
बीते साल मिले थे डेंगू के 213 मरीज
हाल के वर्षों में जिले में डेंगू के मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। हालांकि अधिकांश मामलों में मरीज दूसरे प्रदेशों में संक्रमित होने के बाद यहां पहुंचते हैं। बीते साल जिले में डेंगू के कुल 213 मामले सामने आये थे। स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता के कारण फिलहाल सभी मरीज सुरक्षित हैं। डीवीबीडीसीओ डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि जिले के सभी पीएचसी में डेंगू की जांच व इलाज को लेकर नि:शुल्क इंतजाम उपलब्ध है। रोग के लक्षण व कारणों के प्रति जागरूक होकर इससे आसानी से बचा जा सकता है।
सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि डेंगू से बचाव को लेकर अररिया, फारबिसगंज व जोगबनी नगर क्षेत्र में फॉगिंग करायी गयी है। उन्होंने कहा कि डेंगू के कारण, लक्षण व उपचार के प्रति आम लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। हर हाल में घर व आसपास के इलाकों में जलजमाव की समस्या से हमें निपटना होगा। जिले में डेंगू के इलाज को लेकर सभी समुचित इंतजाम उपलब्ध हैं। बावजूद इसके रोग से बचाव संबंधी उपायों के प्रति लोगों का जागरूक होना जरूरी है। प्रभावित इलाकों में फॉगिंग के साथ-साथ व्यापक पैमाने पर जन जागरूकता अभियान संचालित किये जाने की जानकारी उन्होंने दी।