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धमतरी: खेतों में रखी है धान फसल की खरही, मजदूर व मशीन नहीं मिलने से कटाई-मिंजाई प्रभावित

धमतरी,19 नवंबर (हि.स.)। मजदूर व मशीन नहीं मिलने से कटाई, मिंजाई का कार्य प्रभावित हो रहा है। ऐसे में किसानों को फसल को सहेजने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। धान की कटाई के बाद कई खेतों में धान की खरही रखी हुई है। थ्रेशर मशीन की अनुपलब्धता के कारण कई किसान धान की मिंजाई नहीं कर पा रहे हैं। धमतरी जिले में समर्थन मूल्य में धान की खरीद एक नवंबर से शुरू हो चुकी है। लेकिन अधिकांश किसानों की फसल खरीद केंद्र तक नहीं पहुंच पाई है। दीपावली त्योहार और चुनावी समय होने के कारण धान को सहेजने का कार्य अब तक पूरा नहीं हो पाया। चुनाव व त्योहार खत्म के बाद आप धान सहेजने के कार्य में तेजी आएगी। मजदूरों की कमी के चलते किसानी कार्य पूरी तरह निबट नहीं पाया है। खेतों में ही धान की खरही रखी हुई है। इसे मवेशी धीरे- धीरे चट करने लगे हैं। ऐसे में किसानों की चिंता बढ़ गई है। सोरम के किसान संतूराम साहू, पवन साहू व अन्य किसानों ने बताया कि दीवाली पर्व की खुमारी के चलते मजदूरो का टोटा बना हुआ है। मजदूर नहीं मिलने से कार्य रूका हुआ है। फसल मिंजाई कार्य अधर में लटका हुआ है। आलम यह है कि किसान अपनी फसल को कटाई कराकर खेत में ही खरही बनाकर रखे हुए हैं। विचरण करते हुए मवेशी धीरे-धीरे खेत पहुंचकर फसल चट करने लगे हैं। ग्राम खपरी के किसान बिसाहूराम साहू, पवन साहू का कहना है कि मजदूर नहीं मिलने से उनकी फसल भी खेतों में खुले आसमान के नीचे पड़ी हुई है। यदि बेमौसम वर्षा होती है तो इसके चलते फसल भीग जाएगी और परेशानी बढ़ जाएगी। ग्राम नवागांव के राजेश साहू, पवन कुमार धीरेंद्र देवांगन का कहना है कि आसमान में बादल छाए होने से दिल की धड़कन बढ़ जाती है, क्योंकि खड़ी फसल के बेमौसम बारिश से खड़ी फसल के नुकसान होने का अंदेशा बना रहता है। धान खरीद केंद्र में पहुंचने से पहले यदि ध्यान में नमी हो या इसका रंग बदल जाए तो धान की कीमत घट जाती है। ऐसे में किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। किसान मोहित देवांगन का कहना है कि धान खेती की लागत दिनों दिन बढ़ती जा रही है। किसी तरह फसल तैयार होती है तो बे मौसम वर्षा के कारण फसल के नुकसान होने का अंदेशा बना रहता है, जिससे अधिक नुकसान होता है।ग्राम पंचायत भटगांव के किसान रोहित साहू, मोहन साहू, हीरालाल साहू ने बताया कि इस बार दीपावली पर्व और चुनाव की तिथि आसपास होने के कारण खेत में काम करने के लिए मजदूरों की कमी पड़ गई क्योंकि अधिकतर मजदूर चुनाव प्रचार में जा रहे थे। किसी तरह धान की कटाई हो पाई तो मिंजाई कार्य रूक गया। मिंजाई के लिए मशीन भी नहीं मिल पा रहा। अब चुनाव और दीपावली पर्व समाप्त हो गया है तो मशीन की व्यवस्था कर धान की कटाई कराएंगे।
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