बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों ने समय पर सैलरी ना मिलने के विरोध में शनिवार की सुबह से हड़ताल शुरू कर दी । कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से बीएमसी की सफाई व्यवस्था, सुरक्षा, वार्ड बाय, कंप्यूटर ऑपरेटर सहित अन्य सभी व्यवस्थाएं लगभग ठप पड़ गई। बीएमसी में करीब 350 कर्मचारी आउट सोर्स के तहत कार्यरत हैं, जो शनिवार सुबह से हड़ताल पर चले गए और बीएमसी की हॉस्पिटल के गेट के बाहर एकत्रित होकर बीएमसी प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। आनन-फानन में बीएमसी प्रबंधन ने ओपीडी में पर्ची बनाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर नियमित कर्मचारियों को तैनात किया है। फिर भी साफ-सफाई पानी वार्ड बाय जैसी कई व्यवस्थाएं ठप पड़ी हुई हैं। कर्मचारियों का कहना है कि बीएमसी प्रबंधन को प्रति माह 7 तारीख तक वेतन देना चाहिए, लेकिन आज 17 तारीख होने को है लेकिन अभी तक उन्हें वेतन का भुगतान नहीं हुआ है । प्रबंधन की लापरवाही के कारण अक्सर यही स्थिति बनती है।
व्यवस्थाएं पड़ी ठप
आउटसोर्स कर्मचारियों में सफाई कर्मी वार्ड बॉय भी शामिल हैं इनके हड़ताल पर जाने के कारण हॉस्पिटल में साफ सफाई नहीं हुई है वादों में शौचालय में गंदगी पड़ी हुई है वही हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों की देखरेख करने वाला भी कोई नहीं है इसके अलावा बीएमसी की ओपीडी में प्रतिदिन डेढ़ हजार से अधिक मरीज इलाज कराने आते हैं 8 काउंटर में से केवल 2 या 3 में ही नियमित कर्मचारियों को बैठाकर पर्ची बनाने का काम कराया जा रहा है। इस तरह आउट सोर्स के करीब साढ़े तीन सौ कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के कारण बीएमसी की सभी व्यवस्थाएं ठप पड़ गई हैं।
डीन ने कहा मुझे कोई जानकारी नहीं
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ आर एस वर्मा ने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने कि मुझे कोई जानकारी नहीं है अधीक्षक को फोन लगाकर जानकारी लेते हैं अगर सैलरी की समस्या है तो उसे हल कर दिया जाएगा।