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जोशीमठ भूधंसाव के कारण पर्यटन को काफी क्षति : सतपाल महाराज

देहरादून 19 जनवरी (हि.स.)। उत्तराखंड के पर्यटन मंंत्री ने कहा कि जोशीमठ भूधंसाव के कारण उत्तराखंड पर्यटन क्षेत्र को काफी क्षेत्र हुई है। उन्होंने कहा कि औली में प्रतिवर्ष होने वाला शरदकालीन खेल भी खटाई में पड़ गया है। पर्यटन मंत्री ने बताया है कि सरकार एजेंसियों के आकलन और उनकी आख्या की प्रतीक्षा कर रही है, जिसके आधार पर औली में होने वाले शीतकालीन खेलों का निर्णय किया जाएगा। मीडिया से बातचीत के दौरान पर्यटन मंंत्री ने सतपाल महाराज ने माना है कि जोशीमठ में हो रहे भू धसांव के कारण उत्तराखंड पर्यटन को भी काफी नुकसान हुआ है औली में हर साल होने वाले विंटर गेम्स का आयोजन खटाई में पड़ गया है सरकार एजेंसियों के आकलन और उनके रिपोर्ट का इंतजार कर रही है जिसके आधार पर औली में होने वाले विंटर गेम्स पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बात में पूरी तरह सच्चाई है कि उत्तराखंड को पर्यटन क्षेत्र में काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है चार धाम यात्रा सर्दियों में बंद हो जाती है और औली में विंटर गेम्स की शुरुआत हो जाती है। पर्यटन मंंत्री महाराज ने कहा कि राज्य सरकार ने औली में होने वाली स्कीइंग को बढ़ावा देने के लिए काफी निवेश किया है और कई योजनाओं पर काम भी किया जा रहा है लेकिन इस साल जोशीमठ में आई आपदा ने सभी तैयारियों पर पानी फेर दिया है। इस साल औली आने वाले पर्यटकों ने रजिस्ट्रेशन कराए थे उन्होंने जोशीमठ आपदा को देखते हुए अपने रजिस्ट्रेशन को कैंसिल कराना शुरू कर दिया है। पर्यटन मंत्री ने पर्यटकों से पंजीकरण को रद्द ना करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि स्थानीय लोग विंटर गेम्स कराने की मांग कर रहे हैं लेकिन राज्य सरकार किसी ठोस रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। इसके बाद ही विंटर गेम्स को लेकर कोई फैसला लिया जाएगा। उन्होंने जोशीमठ आपदा के बाद पलटन डेस्टिनेशंस को कैरिंग कैपेसिटी के हिसाब से ही पर्यटकों को अनुमति देने की पैरवी की है जबकि पर्यटन मंत्री ने पर्यटकों के कैंसिल हो रहे पंजीकरण को लेकर मीडिया रिपोर्ट को भी जिम्मेदार माना है। उन्होंने कहा है कि जोशीमठ को लेकर मीडिया में इस तरह की रिपोर्ट आई है, उससे पर्यटन को काफी नुकसान हुआ है।
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