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बेगूसराय के छठ बाजार में उमड़ी भीड़, दुकानदार निहाल

बेगूसराय, 30 अक्टूबर (हि.स.)। कोरोना के कारण दो वर्ष की बंदिश के बाद व्यापक पैमाने पर सजे छठ बाजार ने छोटे-बड़े तमाम व्यवसाई और फुटकर कारोबारी सहित देश की अर्थव्यवस्था के लिए रीढ़ किसानों को एक नया हौसला दे दिया है। छठ पर फल एवं फुटकर दुकानों में रविवार दोपहर तक लोगों की भीड़ रही। बाजार के एक अनुमान के मुताबिक बेगूसराय में इस दौरान फल, लोकल कृषि उत्पाद एवं दीप-कलश आदि की 25 करोड़ से अधिक की बिक्री हुई। जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक के बाजारों में हल्दी का पौधा, अदरक का पौधा, ईंख, अल्हुआ, सुथनी, पानी फल सिंघाड़ा, नींबू, खीरा, पान, लोकल अमरूद खरीदने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ती रही। बेगूसराय जिला मुख्यालय के ट्रैफिक चौक पर सुथनी बेचने आए छपकी के राजीव महतो ने कहा कि पहले के जमाने में सुथनी और अल्हुआ खूब दिखता था। उसने कहा कि लोग आधुनिक होते गए तो इसका प्रचलन आम दिनों में कम हो गया। अब तो सिर्फ छठ के दौरान ही सुथनी की बिक्री होती है। इसके कारण लोग नाम मात्र की खेती करते हैं। इससे भाव में तेजी रहती है। महतो ने कहा कि उसके लिए यह महापर्व छठ सिर्फ आस्था के साथ पूजा ही नहीं, बल्कि परिवार की दाल रोटी का आधार होता है। इस वर्ष सूर्य देव और छठी मैया की कृपा से अच्छी बिक्री हुई है। हरा हल्दी का पत्ता, अदरक, ओल एवं खीरा लेकर बेचने आए सांख की लीला देवी एवं सुदामा देवी ने कहा कि छठ सिर्फ महापर्व नहीं, हमारे जैसे हजारों ग्रामीणों के जीवन और रोजी-रोटी का आधार है। हम सब साल भर उपासना के लिए ही नहीं, अपनी रोजी रोटी के लिए भी छठ पूजा का इंतजार करते हैं। भगवान करें हमारा परिवार, गांव, समाज और देश सदा सुरक्षित रहे, इसी तरह छठ मनाते रहें।
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