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लोकसभा चुनाव : धौलपुर में जग रही मतदाता जागरूकता की अनूठी "अलख"

सारे काम छोड़ दो,सबसे पहले वोट दो। अपना वोट ढूंढा क्या?वोट की स्याही से दुनिया को बताएंगे,हम राजस्थानी इतिहास बनाएंगे और कहती है चंबल की धारा,शत प्रतिशत मतदान लक्ष्य हमारा। यह कुछ नारों की बानगी भर है,जो इन दिनों धौलपुर की फिजां में गूंज रहे हैं। क्योंकि मौका लोकतंत्र के महापर्व आम चुनाव का है। और जरूरत मतदाता जागरूकता की अलख जगाना है। यही वजह है कि हर आम से लेकर खास तक, छात्रों से लेकर सरकारी कार्मिकों तथा आंगनबाड़ी सहायिकाओं से लेकर स्वयं सहायता समूह की महिलाएं पूरी शिद्दत के साथ मतदाता जागरूकता अभियान में अपनी सहभागिता निभा रही हैं। आमतौर पर लोकसभा क्षेत्र के विस्तार तथा आठ विधानसभाओं की सहभागिता के कारण मतदान का प्रतिशत कम रहने का चलन है। यही नहीं, चुनावी समर में उतरे प्रत्याशियों के साथ खास जान-पहचान एवं अधिक समीपता नहीं होने की वजह से केवल संगठन के आधार पर ही मतदान होता है। इसके अलावा करौली-धौलपुर लोकसभा सीट के अनुसूचित जाति के प्रत्याशी के लिए आरक्षित होने के कारण भी सवर्ण जाति के मतदाताओं का रुझान मतदान के प्रति उदासीनता का ही रहता आया है। यही वजह है कि देश और प्रदेश के साथ-साथ करौली-धौलपुर लोकसभा सीट पर भी मतदान का प्रतिशत काम रहा है। लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने और मतदाताओं को जागरूक करने के लिए इन दिनों धौलपुर जिला प्रशासन द्वारा विशेष मुहिम चलाई जा रही है। इस मुहिम में शिक्षा,चिकित्सा एवं स्वास्थ्य,महिला एवं बाल विकास,सूचना एवं जनसंपर्क,वन, कृषि एवं रसद विभाग समेत जिले के अन्य विभागों की सक्रिय सहभागिता है। जिला प्रशासन की कोशिश इस मिथक को तोड़ने की है कि संसदीय चुनाव में मतदान का प्रतिशत विधानसभा चुनाव की तुलना में कम रहता है। निर्वाचन आयोग के स्वीप कार्यक्रम के तहत जिला प्रशासन द्वारा जागरूकता रैली, रंगोली,नारा लेखन,चित्रकला एवं पोस्टर प्रतियोगिता तथा मेले एवं त्योहारों एवं शांति समिति की बैठकों के जरिए मतदाता जागरूकता के जतन किए जा रहे हैं। धौलपुर के कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री निधि बी टी ने खुद मतदाता जागरूकता का जिम्मा संभाल रखा है। स्कूलों में आयोजित शिक्षक-अभिभाषक परिषद आयोजनों से लेकर जिला प्रशासन की बैठक तथा रोजाना कलेक्ट्रेट में आने वाले परीवादियों से भी अधिक से अधिक मतदान करने का आग्रह कर रहे हैं। लोकसभा आम चुनाव में नवाचार करते हुए धौलपुर जिले के मतदाताओं में जागरूकता लाने तथा चुनावी गतिविधियों से अवगत कराने हेतु ई-बुलेटिन का भी आगाज किया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीनिधि बी टी ने बीते शुक्रवार को ई- बुलेटिन धौलपुर का विमोचन किया। इस मौके पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि स्वीप गतिविधियों का प्राथमिक उद्देश्य प्रत्येक मतदाता को निर्वाचन प्रक्रिया के सम्बंध में मतदान तिथि, समय, दिवस, निर्वाचन वीएचए एप, सी-विजिल, केवाईसी एप, सक्षम एप, 1950 हेल्पलाइन, मतदान हेतु वैकल्पिक दस्तावेज इत्यादि की जानकारी उपलब्ध कराना है। प्रति सप्ताह बुधवार को ई-बुलेटिन के माध्यम से जिले के मतदाताओं को जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने नव मतदाताओं और युवा मतदाताओं से न केवल स्वयं वोट डालने बल्कि अन्य लोगों को मतदान के अधिकार के प्रति जागरूक कर शत-प्रतिशत मतदान कराने में सहयोग करने को कहा। डीएम ने होली के त्यौहार पर घर आने वाले प्रवासी मतदाताओं से भी मतदान की मनुहार करने का आग्रह आमजन से किया है। अपनी अपील में भी जिला निर्वाचन अधिकारी ने त्योहार पर अपने घर धौलपुर आने वाले प्रवासी मतदाताओं से त्योहार के साथ-साथ लोकतंत्र के उत्सव में भी मतदान करके अपनी सहभागिता दर्ज करने की अपील की है। पूर्वी राजस्थान के तहत आने वाली अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित करौली-धौलपुर सीट पर मतदान का प्रतिशत बीते सालों में कम रहा है। लेकिन धौलपुर जिले में मतदाता जागरूक अभियान के सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं,यह भी सुखद है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक वर्ष 2008 में परिसीमन के बाद बनी करौली-धौलपुर सीट पर वर्ष 2009 में हुए पहले चुनाव में मतदान का प्रतिशत महज 37.4 रहा था। वर्ष 2014 में 54.62 प्रतिशत मतदान हुआ,जो वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बढ़कर 55.12 प्रतिशत तक जा पहुँचा। अब जिले में मतदाता जागरूकता से संबंधित स्वीप गतिविधियां अपने चरम पर है और धौलपुर जिला प्रशासन मतदान के प्रतिशत को लगातार बढ़ाते हुए करीब 60 फ़ीसदी से अधिक तक ले जाने की कोशिश में जुटा हुआ है।
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