- मुरादाबाद में जैन समाज का विशापहार विधान का तृतीय दिवस
मुरादाबाद, 06 जुलाई (हि.स.)। जैन धर्मशाला घास मंडी में गुरुवार को गुरु मां 105 श्री सृष्टि भूषण माताजी एवं विश्वयश मति माताजी ने 44 दिन के विशापहार विधान के तृतीय दिवस पर अपने प्रवचन में आधुनिकता के दौर में खोती जा रही मर्यादा को बचाने के लिए प्रेरित किया। गुरुवार का विधान सजल जैन परिवार एवं अविनाश जैन परिवार द्वारा सानंद संपन्न हुआ।
सृष्टि भूषण माताजी ने समस्त जैन समाज को आशीष वचन देते हुए कहा कि मर्यादा रखना जिंदगी का बंधन नही है बल्कि व्यवस्थित रूप से जीवन जीने की कला है। मर्यादा चाहे गृहस्थ की हो या संत की, मालिक की या नौकर की। अधिकारी की हो या कर्मचारी की, नेता की हो या जनता की, किसी भी क्षेत्र में हो, हर व्यक्ति तभी शोभा पाता है जब वह मर्यादाओं मे जीता है। आज मानव ने साधारण जीवन में ही नहीं बल्कि भगवान के घर मंदिरों में भी मर्यादा को ताक पर रख दिया है। मंदिरों में किस प्रकार जाना चाहिए, किन वस्तुओं का उपयोग करना चाहिए, इन चीजों का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है।
विश्वयश मति माताजी अपने जीवन में मर्यादा और अनुशासन को अपनाने के लिए कहा एवं सभी के लिए आशीर्वाद प्रदान किया। शाम को समस्त जैन समाज में बड़ी संख्या में उपस्थित होकर प्रभु भक्ति एवं गुरु भक्ति संपन्न की। मुख्य रूप से वर्षा योग कमेटी के अध्यक्ष एवं संयोजक सर्वोदय जैन एवं अरविंद जैन, उपाध्यक्ष अनिल जैन, सह संयोजक अनुज जैन, मनीष जैन एवं संपूर्ण कार्यकारिणी के सदस्य, महिला जैन समाज के अध्यक्ष नीलम जैन, मंत्री शिखा जैन, उषा जैन, सुषमा जैन आदि कार्यकारिणी उपस्थित रही।
इसी के साथ जैन समाज के अन्य सदस्य प्रमोद जैन, दीपक जैन, शुभम जैन, भोजन संयोजक संजीव जैन, कमल जैन, सुभाष जैन, पूजन संयोजक राहुल जैन, नमन जैन एवं महिला समाज से अदिति जैन, सुषमा जैन, शशि जैन, प्रभा जैन, प्रीति जैन, नितिन जैन, राजीव जैन, ठेकेदार अशोक जैन, दीपक जैन, नमन जैन, प्रकाश जैन, अविनाश जैन बड़ी बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग उपस्थित रहे।