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प्रतिबंधित चीनी मांझे की बिक्री पर रोक लगाने की मांग

वाराणसी, 28 दिसंबर (हि.स.)। पतंगबाजी में चीनी मांझे से बढ़ रही दुर्घटनाओं को देख सामाजिक संस्था सुबह-ए-बनारस क्लब के सदस्यों ने बुधवार को जागरुकता अभियान चलाया। भैरवनाथ स्थित श्री वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर मीडिएट कॉलेज परिसर में जुटे कार्यकर्ताओं ने छात्राओं एवं अध्यापकों के साथ मिलकर आगामी मकर संक्रांति पर्व पर पतंगबाजी के मद्देनजर गाहे-बगाहे लोगों के गले की फांस बने जानलेवा प्रतिबंधित कातिल चीनी मांझे की बिक्री पर कड़ाई से रोक लगाने की मांग की। कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ. मुक्ता पांडेय ने कहा कि न्यायालय के रोक के आदेश के बावजूद धड़ल्ले से बिक रहे प्रतिबंधित मांझे का खतरा इंसानों के साथ बेजुबान पशु-पक्षियों के ऊपर साल के 12 महीने मंडराता रहता है। अनगिनत घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें बच्चे, युवक एवं वृद्ध की मौतें भी हो चुकी हैं। घायलों की गिनती ही नहीं है। बनारस के बाजारों में खुलेआम मौत बिक रही है। यह मांझे राह चलते लोगाें के गले की फांस बन रहे हैं। वक्ताओं ने जिला प्रशासन से मांग रखी कि ऐसे दुकानदार जो जानलेवा चीनी मांझे बेच रहे हैं, उन्हें चिह्नित किया जाए। तत्काल उन पर कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधित मांझे के बिक्री पर रोक लगाई जाए।
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