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फतेहाबाद: बैंक कर्मचारियों ने किया फ्रॉड, एनआरआई के खाते से निकाले 2 करोड़

जिले के शहर रतिया में मंगलवार को 2 उपभोक्ताओं ने बैंक कर्मचारियों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया। काफी संख्या में लोगों को साथ लेकर एचडीएफसी बैंक के बाहर हंगामा कर दिया। उनका कहना था कि उनके खाते से नकदी धोखाधड़ी से चेक द्वारा अन्य के खाते में ट्रांसफर कर दी गई और उन्हें भनक तक नहीं लगने दी। अब उन्हें पता चला तो उन्हें उनके पैसे वापस नहीं दिए जा रहे। आरोप लगाने वालों में एक एनआरआई भी शामिल है।

रतिया के कुनाल निवासी लखविंद्र ने बताया कि वह 25 सालों से इटली में रह रहा है और खेती बाड़ी करता है। डेढ साल से रतिया के एचडीएफसी बैंक में उसका खाता है। अब वह यहां जमीन लेना चाहता था, इसलिए उसने खाते में 2 करोड़ रुपए डलवाए हुए थे। उसने आरोप लगाया कि मैनेजर व स्टाफ ने मिलकर खुद ही चेक बुक अप्लाई की, अपने आप ही रिसीव की और फर्जी आधार पर उसके खाते से नकदी ट्रांसफर कर दी। आरोप है कि राशि स्टाफ के घरेलू खाते में भेजी गई है। एक दिन में 10 लाख से 30 लाख की तीन-तीन ट्रांजेक्शन की गई हैं। इस मामले में उसने चार दिन पहले पुलिस को शिकायत दे दी है। रतिया के ही अमृतपाल ने बताया कि उन्होंने जमीन बेची थी, जिसकी राशि खाते में आई थी, इसकी 10 से 20 लाख रुपए की एफडी बनवा दी थी। अब उनके खाते से पैसे एक स्टाफ सदस्य के खाते में ट्रांसफर कर दिए गए हैं और राशि निकलने पर उनके पास कोई ओटीपी या मैसेज नहीं पहुंचा।

नियमानुसार की जा रही है जांच : एसएचओ

एसएचओ जय सिंह ने बताया कि जो शिकायत लखविंदर सिंह द्वारा बैंक कर्मचारियों के खिलाफ दी गई है, उसके बारे में बैंक से रिकॉर्ड तलब किया गया है। जब बैंक द्वारा रिकॉर्ड उपलब्ध करवा दिया जाएगा, उसको जांच के लिए इकनोमिक सेल में भेज दिया जाएगा और जांच के अनुसार नियम अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।

मेरे ऊपर लगाए गए आरोप निराधार: बैंक मैनेजर

इस बारे में जब बैंक मैनेजर यश नारंग से बात की गई तो उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए आरोप को निराधार बताया। उन्होंने बताया कि नियमानुसार क्लीयरिंग में जो चेक आते हैं, बैंक कर्मचारियों द्वारा खाताधारक के हस्ताक्षर मिलान करके चेक को क्लियर कर दिया जाता है।



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