अजमेर, 10 अगस्त (हि.स.)। विदेशी लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले एक
बड़े साइबर क्राइम गैंग को अजमेर से पकड़ा गया है। गिरोह समाराेह स्थल को
किराए पर लेकर फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे। पकड़े गए 14 युवक और चार लड़कियां
राजस्थान के बाहर से है। सभी का अजमेर में लोकल कनेक्शन और इनके साथियों
के बारे में पूछताछ की जा रही है। फिलहाल कार्रवाई जारी है।
अजमेर एसपी देवेंद्र बिश्नोई ने बताया कि मुखबिर के जरिए फर्जी कॉल सेंटर
बनाकर ठगी करने की सूचना मिली थी। मामले में थाना अधिकारी क्रिश्चियन गंज,
गंज और साइबर टीम के नेतृत्व में टीम का गठन कर वेरीफाई कर कार्रवाई के
निर्देश दिए थे। शनिवार सुबह करीब छह बजे से टीम कार्रवाई में लगी है। बिश्नोई ने बताया कि फॉयसागर रोड स्थित संजय पैलेस
समारोह स्थल में फर्जी कॉल सेंटर संचालित किया जा रहा था। इसे चलते हुए कुछ
दिन ही हुए है। गिरोह सस्ती दर पर लोन और बीमा पॉलिसी में लुभाने वादे कर
लोगों को फंसाता था। पकड़े गए लोगों से मिले डाटा को खंगाल कर जांच की जा
रही है। इसके पीछे और कौन-कौन है। इस बारे में भी इनसे पूछताछ जारी है। यह
सभी आरोपित भारत में बैठकर यू एस बेस कॉल कर रहे थे। इंटरनेशनल लेवल पर यह
साइबर फ्रॉड चल रहा था।
29 लैपटॉप 40 मोबाइल बरामद
एसपी ने बताया कि पकड़े गए 14 लड़के और चार लड़कियां पंजाब, हरियाणा, दिल्ली
और बिहार के रहने वाले हैं। मौके से 29 लैपटॉप 40 मोबाइल सहित सिम और अन्य
उपकरण बरामद किए गए हैं। गिरोह के बाकी सदस्यों की जानकारी जुटाई जा रही
है।
एसपी ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर सामने आया है कि ग्रुप का लीडर पंजाब
निवासी शिवम है, जिसे पकड़ लिया गया है। हालांकि शिवम मास्टरमाइंड है या
अन्य कोई इस बारे में जांच जारी है। अजमेर में कोई लोकल कांटेक्ट है या
नहीं, इस बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस की प्रारंभिक जांच
में सामने आया कि करीब एक महीने पहले ही फॉयसागर स्थित समारोह स्थल में आकर
सभी ने काम शुरू किया था। समारोह स्थल के अंदर बने हॉल में कॉल सेंटर
संचालित किया जा रहा था। पुष्कर रोड स्थित पेट्रोल पंप के पीछे डिलाइट होटल
को भी रेंट पर लेकर रुके थे। पुलिस समारोह स्थल और होटल मालिक से भी
पूछताछ में जुटी है।