महागठबंधन की सरकार भ्रष्टाचार के किले को बचाने के लिए लोकतंत्र पर हमला कर रही है। जिस व्यक्ति पर चार्ज शीट हुई है, उसको बचाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री ने नैतिकता तक भूल गए हैं। मुख्यमंत्री जनता की आवाज को लाठी-डंडे से दबाना चाहती है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उपरोक्त बातें भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सह कटिहार जिला प्रभारी सुबोध मोहन ठाकुर ने कही।
उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। बिहार में फैली भ्रष्टाचार अराजकता तानाशाही के खिलाफ तथा युवाओं ,महिलाओं , किसानों एवं शिक्षकों के अधिकार को लेकर पटना में बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में पटना के गांधी मैदान में शांतिपूर्ण विशाल विधानसभा मार्च निकाला गया था। इसी दौरान सीएम नीतीश कुमार के इशारे पर बिहार पुलिस ने सांसद, विधायक भाजपा के महिलाओं ,बुजुर्गों एवं युवाओं के साथ आतंकवादी और उग्रवादी की तरह बर्ताव कर सुनियोजित तरीके से बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज आंसू गैस का गोला एवं वाटर कैनन का इस्तेमाल कर जान से मारने का प्रयास किया गया है।
उन्होंने कहा कि दमनकारी कार्यवाही में बिहार की हजारों लोगों और कार्यकर्ताओं को गंभीर चोटें आई है। कईयों की हालत गंभीर बनी हुई है और एक भाजपा का सिपाही शहीद हो गए हैं। यह लोकतंत्र की हत्या नहीं तो और क्या है।