सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बेटियों के जन्म से लेकर उसकी पढ़ाई तक सभी प्रकार का खर्च उठा रही है। इसके बावजूद आज भी कुछ लोग अपनी बेटियों को जन्म देने के बाद मरने के लिए छोड़ देते हैं। सोमवार को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है राजेन्द्र पुल स्टेशन के समीप से।
जहां कि एक कलयुगी मां ने अपनी करीब एक माह की बच्ची को बोरा में लपेट कर मरने के लिए रेलवे ट्रैक पर छोड़ दिया। सोमवार को ट्रेन में घूम कर सामान बेचने वाला एक व्यक्ति स्टेशन के समीप उतर कर दूसरी लाइन पर जा रहा था। तो उसे बोरा से रोने की आवाज आई। खोल कर दिखा दो उसमें एक छोटी सी बच्ची थी। इसके बाद किसी ने डायल-112 पर फोन किया।
सूचना मिलते ही चकिया सहायक थाना के डायल-112 की टीम ने बच्ची को बरामद किया है। टीम के अनिल कुमार एवं शिव शंकर कुमार ने बताया कि बोरा में लिपटे बच्ची की रोने की आवाज सुन वहां से गुजर रहे ट्रेन में बादाम बेचने वाले व्यक्ति ने उक्त बच्ची को बोरा से निकाला। इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उक्त बात की जानकारी 112 पर फोन करके दिया।
एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि सूचना मिलते ही टीम तुरंत वहां पहुंची। बच्ची को अपने कब्जे में लेकर ईलाज के लिए बरौनी पीएचसी ले जाया गया। इस दौरान उक्त बच्ची के लिए दूध की भी व्यवस्था किया गया। बच्ची को इलाज के बाद जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी को चकिया ओपी बुलाकर सौंप दिया गया है। विशेष जानकारी जुटाई जा रही है।