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उद्योग केंद्र प्रभारी पर 13.45 लाख के गबन मामले में मुकदमा दर्ज

पंचायत उद्योग केंद्र के प्रभारी गबन के आरोप में फंस गए हैं। एडीओ पंचायत की तहरीर पर पंचायत सचिव आलोक द्विवेदी तत्कालीन प्रबंधक उद्योग केंद्र के खिलाफ 13.45 लाख रुपये के गबन के मामले में श्रीनगर थाने में केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। जनपद के श्रीनगर पंचायत उद्योग केंद्र के तत्कालीन प्रबंधक आलोक द्विवेदी पर 13.45 लाख रुपये गबन करने का आरोप लगा था। तत्कालीन डीपीआरओ संतोष कुमार ने 2022 में मामले की जांच कराई तो मामला उजागर हो गया। जांच में पाया कि प्रबंधक आलोक द्विवेदी के द्वारा रोक के बाद भी बैंक से 13.45 लाख रुपये की धनराशि निकाली गई और धनराशि निकालने के संबंध में नोटिस के बाद भी आलोक द्विवेदी के द्वारा कोई अभिलेख नहीं पेश किए गए। जिनका 17 में 2023 को निलंबित कर दिया गया था। प्रदेश के 24 पंचायत उद्योग केंद्रों को किया गया था ब्लैक लिस्ट श्रीनगर स्थित पंचायत उद्योग केंद्र में 2014 में सेनेटरी नैपकिन का उत्पादन शुरू हुआ और 2019 में पंचायत सचिव आलोक द्विवेदी को प्रबंधक की जिम्मेदारी मिली। सरकार ने उद्योग केंद्र की सही ढंग से प्रगति न होने पर प्रदेश के 24 उद्योग केंद्रों को ब्लैक लिस्ट कर उनके खातों के संचालन पर रोक लगा दी थी। रोक के बावजूद भी प्रबंधक आलोक द्विवेदी के द्वारा खाते से लेनदेन जारी रखा गया और नोटिस के बाद भी हुआ है कोई अगले नहीं पेश कर पाए। निलंबन के तीन माह बाद ही हो गए थे बहाल 2023 में 17 मई को हुए निलंबन के तीन माह बाद ही पंचायत सचिव बहाल हो गए थे। रिपोर्ट पंचायती राज विभाग को भेजी गई थी। निदेशालय के निर्देश पर एडीओ पंचायत संतोष कुमार वर्मा के द्वारा आलोक द्विवेदी के खिलाफ श्रीनगर थाने में किस दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
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