नई दिल्ली, 06 दिसंबर (हि.स.)। दिल्ली होमगार्ड के 60 वें स्थापना दिवस पर राजा गार्डन स्थित होमगार्ड हेड क्वार्टर के परेड ग्राउंड में परेड का आयोजन किया गया। इस दौरान दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) विनय सक्सेना ने भी कार्यक्रम में शिरकत की और उन्होंने परेड का निरीक्षण किया।
एलजी के अलावा दिल्ली होमगार्ड के डीजी एसबीके सिंह और दिल्ली के पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा सहित दिल्ली पुलिस के अन्य कई अधिकारी मौजूद रहे। इस मौके पर एलजी ने जहां होमगार्ड के जवानों की उनकी उत्कृष्ट सेवा और समाज के प्रति समर्पण को लेकर जमकर सराहना की।
उन्होंने अप्रैल 2022 से मार्च 2023 के बीच सेवा मुक्त होने वाले होमगार्ड के वॉलिंटियर्स का कार्यकाल 31 मार्च 2023 तक बढ़ाने की भी घोषणा की। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि होमगार्ड के जवानों को बोनस देने पर भी प्रस्ताव विचाराधीन है लेकिन जल्द ही इस पर निर्णय ले लिया जाएगा।
उन्होंने होमगार्ड के जवानों को वाहन और प्रशिक्षण भत्ते में बढ़ोतरी के साथ-साथ होमगार्ड के जवानों की संख्या बढ़ाने के प्रस्ताव पर भी जल्द निर्णय लेने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि दिल्ली वालों को होमगार्ड के जवानों से बहुत उम्मीदें हैं, इसलिए इन जवानों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने की जरूरत है।
दिल्ली होमगार्ड के डीजी एस बी के सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि होमगार्ड के जवानों का उत्साह और सेवा पूरे समर्पण के साथ बना रहेगा। मार्च 2023 में सेवा मुक्त किए जाने वाले होमगार्ड के जवानों की सेवा को 60 साल तक बढ़ाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वॉलंटरी सर्विस के लोग हैं और जरूरत के हिसाब से सेवा बढ़ाई गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि जो नई भर्तियां होंगी उसमें इन्हें दोबारा से आवेदन करने का प्रावधान रखा गया है।
इनके पुनर्वास को लेकर भी एक प्रकोष्ठ खोला जा रहा है। इस मौके पर स्वतंत्रता दिवस 2022 के अवसर पर जिन होमगार्ड कर्मियों को सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया था उन्हें उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने मेडल दिया।
इस दौरान एक स्मारिका का भी विमोचन किया गया, जिसमें दिल्ली होमगार्ड के कामकाज और स्थापना दिवस के अवसर पर विशिष्ट पदाधिकारियों के में दिए गए संदेश शामिल किए गए हैं। परेड में उत्कृष्ट मार्च करने वाली प्लाटून 4 को सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्ते एवं पूर्वी जिले को निष्काम सेवा ट्रॉफी भी प्रदान की गई। इस बीच दिल्ली होमगार्ड के जवानों की अलग-अलग टुकड़ी का जोश देखते ही बन रहा था, जिसमें 6 मार्चिंग प्लाटून शामिल हुए और दो बैंड के प्लाटून भी इसमें शामिल थे।