मानसून सिस्टम के दोबारा सक्रिय होने के साथ ही राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में बारिश का दौर शुरू हो गया। गुरुवार देर शाम झालावाड़, बूंदी, कोटा, प्रतापगढ़ समेत कई जिलों में अच्छी बारिश हुई। इन शहरों के कई इलाकों में एक इंच या उससे ज्यादा पानी बरसा। मौसम विभाग ने आज और कल प्रदेश के 21 जिलों में अच्छी बारिश होने की संभावना जताई है। आज भी राज्य के दक्षिण-पूर्वी जिलों के साथ पाली, जोधपुर और सिरोही के कुछ क्षेत्रों में बादल छाए हुए हैं। मौसम विभाग ने आज इन जिलों में भी हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की संभावना जताई है। पिछले 24 घंटे में झालावाड़ के सुनेल में 36, झालरापाटन में 31, प्रतापगढ़ के पीपलखूंट में 31, बूंदी के तालेड़ा में 24 और कोटा के सांगोद में 18 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई।
जयपुर मौसम केन्द्र के विशेषज्ञों के मुताबिक वर्तमान में मानसून की ट्रफ लाइन जैसलमेर, उदयपुर, भोपाल, रायपुर और पुरी से होकर दक्षिणपूर्व की ओर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंच रही है। वहीं, बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम अब उड़ीसा से आगे बढ़कर दक्षिणी छत्तीसगढ़ के ऊपर आ गया है। इसी सिस्टम के असर के कारण मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश समेत मध्य और दक्षिण भारत के राज्यों में बारिश का दौर शुरू हुआ है। मौसम केन्द्र जयपुर से जारी फोरकास्ट के मुताबिक आज कोटा संभाग के कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़, भरतपुर संभाग के भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, भरतपुर, जयपुर संभाग के जयपुर, दौसा, अलवर, उदयपुर संभाग के उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, सिरोही और अजमेर संभाग के अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा जिले में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं, नौ सितम्बर को भी इन्ही जिलों में बारिश होने की संभावना है।
भले ही पूर्वी राजस्थान के जिलों में अच्छी बारिश हो रही हो। लोगों को गर्मी से राहत मिली हो, लेकिन पश्चिमी राजस्थान के सरहदी जिलों में अभी भी तापमान बहुत ज्यादा है। जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, बाड़मेर में कल दिन का अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस मापा गया। सबसे ज्यादा गर्म दिन कल जैसलमेर में रहा, जहां का अधिकतम तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस रहा। हिमालय के तराई क्षेत्र से वापस लौटा मानसून फिलहाल प्रदेश के 4-5 जिलों तक ही सीमित रहा है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार मौसम का बर्ताव नहीं होने पर फिर पारे में बढ़ोतरी और गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं।
प्रदेश में मानसून की सुस्ती के चलते दिन के तापमान में फिर से बढ़ोतरी हुई है। बाड़मेर-बीकानेर में भी दिन में पारा 41 डिग्री तक जा पहुंचा है। दिन में आसमान से अंगारे बरस रहे हैं तो सूर्यास्त के बाद उमस से लोग बेहाल हैं। विंड पैटर्न में बदलाव के कारण रात के तापमान में आंशिक गिरावट आई है।
जयपुर, अजमेर और टोंक जिले के मुख्य पेयजल स्त्रोत बीसलपुर डेम का वाॅटरगेज दिनोंदिन घटता जा रहा है। बांध का जलस्तर रोजाना एक सेंटीमीटर कम हो रहा है। बांध से रोजाना जयपुर, अजमेर और टोंक जिले को करोड़ों लीटर जलापूर्ति होती है। इसके अलावा दिन में तीखी धूप से वाष्पीकरण शुरू होने पर बांध के जलस्तर में कमी आने लगी है। अंतिम चरण में भी मानसून की सुस्ती के कारण इस साल बीसलपुर बांध छलकने की संभावना अब लगभग खत्म हो चुकी है। आज बांध का जलस्तर 313.78 आरएल मीटर दर्ज किया गया है।