Logo
Header
img

सीआईडी ने साइबर ठग को हरियाणा से किया गिरफ्तार

रांची, 02 जून (हि.स.)। अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) के साइबर क्राइम थाना ने साइबर ठगी के एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित विरेन्द्र की गिरफ्तारी हरियाणा के कैथल जिले के रजौन्द थाना क्षेत्र अंतर्गत संतोख माजरा गांव से हुई है। इसके पास से घटना में इस्तेमाल किया गया मोबाइल और दो सिम, एसकेएम मैन्युफैक्चर प्रोपराइटर के मोंटी के नाम का आधार कार्ड के साथ पैनकार्ड बरामद किया गया है।

डीएसपी नेहा बाला ने रविवार को बताया कि साइबर क्राइम थाना में पीड़ित महिला ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी कि उससे व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क किया गया। महिला से कहा गया कि आपको इंस्टाग्राम पर वीडियो लाइक कर स्क्रीन शॉट भेजने का पार्ट टाईम जॉब ऑफर किया गया है। महिला ने जब यह काम करना शुरू कर दिया, तो उसे टास्क दिया जाने लगा। हर टास्क के लिए पैसे मिलने लगे। इससे महिला को आगे भी यह काम करते रहने का प्रोत्साहन मिला।

इसके बाद साइबर ठग ने महिला को टेलीग्राम आईडी @Alyssa के माध्यम से संपर्क कर टास्क और हाइअर रेटिंग के लिए संपर्क किया गया। इस टेलीग्राम प्रोफाईल के माध्यम से दिए गए टास्क को करने के लिए इन्हें विभिन्न बैंक खाताओ में पैसे डालने को बोला गया। इसके बाद उनसे एक वेबसाइट अकाउंट बनाने बोला गया, जहां महिला के इन्वेस्टमेंट का प्रॉफिट दिखाई देता था लेकिन महिला को प्रोफिट नहीं मिला। इस प्रकार से महिला से कुल 29 लाख 94 हजार 50 रुपये रुपये की ठगी कर ली गई।

डीएसपी ने बताया कि अनुसंधान के दौरान मामले में प्रयुक्त फर्जी इन्वेस्टमेंट वेबसाइट का आईपी ऐड्रेस सिंगापुर, चीन, टोक्यो और जापान का पाया गया। साथ ही फाइनेंशियल ट्रेल एनालिसिस में फेक कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड रैंक अकाउंट दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश के बैंक खाता पाया गया। इसमें करोड़ो रुपये के ट्रांजेक्शन किये गये थे। जांच में इन बैंक खाताओं से हुए ट्रांजेक्शन के आईपी ऐड्रेस का मूल स्थान हांगकांग एवं चीन में पाया गया। त्वरित कार्रवाई करते हुए काण्ड में सभी बैंक खाताओं में कुल नौ लाख 36 हजार को फ्रीज करवा दिया गया।

उल्लेखनीय है कि पूर्व में इसी मामले में रवि शंकर की गिरफ्तारी 30 मई को दिल्ली से सीआईडी की टीम ने की थी।



Top