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हिंदू धर्म नहीं छोड़ा तो पति ने तीन बच्चों के साथ पत्नी को ही छोड़ दिया!

बांसवाड़ा, 08 जुलाई (हि.स.)। जनजाति जिले बांसवाड़ा में कुछ संस्थाओं द्वारा धर्म परिवर्तन कराने शिकायतें कई बार सुनने को मिलती है, लेकिन यह सब कागजों में ही दब कर रह गई है । लेकिन एक ऐसी विवाहिता महिला अब सामने आई है जिसने पुलिस अधीक्षक को बकायदा लिखित में शिकायत दी है कि उसका पति जबरन उसका धर्म परिवर्तन करना चाहता है। जब उसने इससे इनकार कर दिया तो उसके साथ मारपीट कर उसको घर से निकाल दिया। बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ क्षेत्र के हदलुपाडा निवासी इजु अपने पिता सोहन के साथ पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाने पहुंची तब यह मामला सामने आया है। प्रार्थीया ईजू ने शिकायत में बताया कि उसने कमलेश नाम के युवक से हिंदू रीति रिवाज से शादी की। शादी के चार साल बीत जाने के बाद कमलेश के हाव भाव में अचानक बदलाव आया और वह कहने लगा कि तुम्हें इसाई बनना होगा। चर्च में पूजा करनी होगी तो ही मैं तुम्हें रखूंगा वरना मैं नहीं रखूंगा। पत्नी इजु ने धर्म परिवर्तन करने से मना कर दिया तो पति कमलेश ने अपने परिवार जनों के साथ मिलकर मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया।

 मारपीट के बाद अपने छोटे तीन बच्चों को लेकर पिता के पास पहुंच गई बाद में परिजनों ने वापस कमलेश को समझा-बुझाकर छोड़ा लेकिन कमलेश धर्म परिवर्तन करवाने पर अड़ा रहा। वह लगातार ईजू को मानसिक रूप से परेशान करता रहा। कमलेश ने कुछ लोगों के साथ मिलकर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाया फिर भी इज्जु अपना हिंदू धर्म छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी। आखिर पति कमलेश ने अपनी पत्नी को घर से मारपीट कर बेदखल कर दिया और बोला या तो ईसाई धर्म कबूल कर या फिर मेरे घर से बाहर निकल जा। महिला ने साफ तौर पर मना कर दिया कि मैं अपना धर्म नहीं बदलना चाहती तो पति ने उसे अपने घर से बाहर निकाल दिया। पीड़िता ईजु अपने पिता सोहन के साथ पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाने के लिए पहुंची। इस दौरान पीड़िता ने बताया कि पहले भी उसके गांव में आदिवासी लोगों को पैसे का लालच देकर धर्म परिवर्तन करवाया गया है।अब मुझ पर दबाव डाल रहे हैं जब मैंने धर्म परिवर्तन करने से मना कर दिया तो मुझे घर से बाहर निकाल दिया है। फिलहाल मैं अपने पिता के यहां रह रही हूं। पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाने के लिए आई हूं क्योंकि पहले पाटन थाने में पुलिस को शिकायत दी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई तो आखिर मजबूरन पुलिस अधीक्षक के पास न्याय की गुहार के लिए आना पड़ा है।
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