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देश का संस्कृति विकास युवा पीढ़ी पर आधारित है: श्री दत्तात्रेय

अम्बाला, 21 अक्तूबर

हरियाणा के महामहिम राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि किसी भी देश व प्रदेश की संस्कृति का विकास युवा पीढ़ी पर आधारित होता है। आज हरियाणा का युवा अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने में जुटा है। इसकी बानगी आप सभी ने युवा महोत्सव में देखी है। इसी की बदौलत आज हरियाणवी संस्कृति का बालीवुड में भी डंका बज रहा है और देश में ही नहीं विदेशों में लोग हरियाणवी संस्कृति के कायल हैं।

महामहिम राज्यपाल आज आर्य गल्र्स कॉलेज, अम्बाला, छावनी में आयोजित 45वें जोनल युवा महोत्सव का समापन अवसर पर उपस्थित युवाओं एवं अन्य लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि आर्य गल्र्स कॉलेज, अम्बाला, छावनी में कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के पैंतालिसवें (45वें) जोनल युवा महोत्सव में युवाओं के बीच आकर उन्हें अपार हर्ष का अनुभव हो रहा है। नई ऊर्जा से सराबोर नई पीढ़ी में उन्हें 21वीं सदी के भारत के उज्ज्वल भविष्य की तस्वीर दिखाई दे रही है। छियालिस (46) कॉलेजों से आए युवा छात्र-छात्राओं ने विगत तीन दिनों से युवा महोत्सव में भारतीय व हरियाणवी संस्कृति की एक सुन्दर झलक व झांकी प्रस्तुत की है।

आज इस महोत्सव का समापन दिवस है। तीन दिन से चल रहेे युवा महोत्सव में विभिन्न सांस्कृतिक प्रतिस्पर्धाओं में अव्वल स्थान पर रहने वाले व सभी प्रतिभागी छात्रों को वे हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएॅं देता हूॅ। साथ ही आर्य गल्र्स कॉलेज की पूरी टीम को भी बधाई देता हूॅ जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से यह युवा समागम सफलता पूर्वक आयोजित किया।

उन्होंने कहा कि लड़कियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। हर क्षेत्र में लड़कियां अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए देश व प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं, चाहे कोई भी क्षेत्र हो। शिक्षा का हो, खेल का हो या अन्य हो। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति के बल पर ही हम राष्ट्र का नवनिर्माण कर इसे आज विश्व की बड़ी शक्ति बनाने में सफल रहे हैं। हमारी प्रतिभाशाली युवाशक्ति का आज पूरा संसार लोहा मानता है। आज भारत में युवाओं की संख्या अन्य देशों से अधिक है। भारत की लगभग पैंसठ (65) प्रतिशत जनसंख्या की आयु पैंतीस (35) वर्ष से कम है। अपनी इस बड़ी युवा जनसंख्या के साथ भारत की अर्थव्यवस्था नई ऊंचाई पर जा सकती है।

युवा देश की उर्जा हैं तथा इन्हें देश की उन्नति हेतु कार्य करने को प्रेरित किया जाना अति आवश्यक है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमारी सरकारों ने भी युवाओं को कौशलवान बनाने के लिए नई पहल की है। आज टेक्नोलॉजी ने विकास के मायने बदल दिये हैं, ऐसे में वैश्विक परिवर्तनों की आवश्यकता के अनुकूल भारत की युवा संपदा के कौशल-सामथ्र्य को उजागर करने की जरूरत है। इसीलिए सरकार ने कौशल विकास को राष्ट्रीय प्रमुखता माना है ताकि देश की जरूरत के अनुसार मानव संसाधन की मांग व आपूर्ति में सामंजस्य हो सके। सरकार ने कौशल विकास का अलग मंत्रालय बनाया है।

विगत वर्षो से पूरे विश्व में आई.टी. व डिजीटल क्षेत्र में व्यापक विस्तार हुआ है। इसी को ध्यान में रखते हुए इन विषयों को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से जोडक़र युवाओं को कौशल प्रदान करने के नई योजनाएं व कार्यक्रम तैयार किए गए हैं। आगामी 2030 तक विश्व में आई.टी. के क्षेत्र में पचास (50) करोड़ रोजगार सृजित होंगें इनमें दस (10) करोड़ रोजगार भारत के युवाओं के लिए होंगें। हमें गर्व है कि भारत आज सर्वाधिक प्रतिभाशाली, होनहार, परिश्रमी और निष्ठावान युवाओं का देश है।

युवाओं के कारण आज भारतीय कला, संस्कृति, बौद्धिक क्षमता और आध्यात्मिक चेतना की विश्व में अलग पहचान बनी है और आधुनिक भारत को विश्व के अनेक देश एक आदर्श देश के रूप में देखते हैं। देश की यह छवि बनाने मे देश के बाहर जाकर काम करने वाले युवाओं ने बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

  विश्व के लोग हमारे देश के युवाओं में स्वामी विवेकानंद और ऐसे ही अन्य भारतीय महापुरूषों की छवि तलाश करते हैं। स्वामी विवेकानंद ने युवाओं का आह्वान करते हुए कठोपनिषद का एक उपदेशात्मक वचन कहा था-

उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत।

अर्थात उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक कि अपने लक्ष्य तक न पहुंच जाओ।

हमें यह ध्यान रखना है कि चरित्र-निर्माण के बिना राष्ट्र-निर्माण अधूरा है। आज समाज में नशा, कन्या भ्रूण हत्या, महिलाओं के प्रति अपराध, दहेज प्रथा, उपभोक्तावाद व भौतिकवाद से उपजी अनेक बुराईयां व कुरीतियां व्यापत हैं। इन हालात को बदलने के लिए देश व समाज युवाशक्ति की ओर देख रहा है क्योंकि युवाओं में समस्याओं की पहचान करके उनका समाधान करने की अद्भुत क्षमता है। सामाजिक परिवर्तन में युवा मजबूत शक्ति साबित होते हैं।

उन्होंने युवाशक्ति का आहवान किया कि आप भारतीय संस्कृति के मूल्यों व सिद्धांतों को अपनाते हुए भारत का परचम फहराने के लिए भी संकल्पबद्ध हों। उन्हें विश्वास है कि ऐसा होने पर भारत को 21वीं सदी में फिर से विश्वगुरू का दर्जा प्राप्त होगा।

उन्होंने इस युवा महोत्सव में भाग लेने वाले युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की कि आप जीवन में आने वाली बाधाओं को कुशलतापूर्वक पार करें और नित-नूतन ऊँचाइयों को छूएॅ।

इस मौके पर मंडलायुक्त रेणू एस फूलिया, उपायुक्त डा0 प्रियंका सोनी, पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा, एसडीएम डा0 बलप्रीत सिंह, नगराधीश मुकुंद, डा0 महा सिंह पूनिया, प्रधान एवं प्रबंधक कमेटी आर्य गल्र्स कॉलेज इंद्रदेव गुप्ता, उप प्रधान नवीन शर्मा, महासचिव सुरेश त्रेहान, प्राचार्या डा0 अनुपमा आर्य, डीईओ सुधीर कालड़ा, विजय गुप्ता, ओपी सिंगला, डा0 विवेक मल्होत्रा, शिल्वी अग्रवाल, सुमन बाला, बलकेश वत्स, डा0 नवीन गुलाटी, डा0 राजेन्द्र राणा, शिक्षकगण के साथ-साथ अन्य गणमान्य व विभिन्न कालेजों के छात्र-छात्राएं मौजूद रही।

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