Logo
Header
img

सास-ससुर, पति व ननद पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज





 विवाह के पांचवें दिन ही दहेजलोभी ससुराल पक्ष की करतूत सामने आ गई। राजी-खुशी घर से विदा होकर जीवन भर साथ निभाने ससुराल आई नवविवाहिता पांच दिन भी नहीं बीता पाई। मांग के अनुसार दहेज न मिलने पर ससुराल वाले नवविवाहिता को घर से बाहर कर दिए। वहीं थाने पर कोई सुनवाई न होने से पीड़िता जब पुलिस अधीक्षक की शरण में गई, तब जाकर चील्ह थाने की पुलिस ने ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया। मामला अदलहाट थाना क्षेत्र के बघेड़ा गांव का है।


दरअसल, चील्ह थाना क्षेत्र अंतर्गत हरसिंहपुर गांव निवासी गणेश प्रसाद सिंह की पुत्री संध्या का विवाह अदलहाट थाना क्षेत्र अंतर्गत नई बस्ती बघेड़ा गांव निवासी ओमशंकर सिंह के पुत्र निशीकांत सिंह के साथ हिंदू रीति-रिवाज से हुआ था। विवाह के पश्चात संध्या के ससुराल पहुंचते ही ससुराल पक्ष के लोगों ने मायके से दहेज मांगने का दबाव बनाने लगे, जिस पर संध्या ने असमर्थता जताई। अगले दिन संध्या की स्वास्थ्य खराब होने से वह बेहोश हो गई। ससुराल वाले विवाहिता को पास के ही निजी चिकित्सालय में भर्ती करा उसके पिता को जानकारी देकर वापस चले गए।


विवाहिता संध्या ने बताया कि चिकित्सालय से छूटने के बाद जब वह पिता के साथ ससुराल गई तो ससुर ओमशंकर सिंह, सास शकुंतला, ननद सोनी सिंह व पति निशीकांत सिंह दहेज की मांग करने लगे। पिता के असमर्थता जताने पर दोनों को घर से बाहर कर दिया गया। वहीं जब पीड़ित नवविवाहिता सास-ससुर, पति व ननद के विरूद्ध चील्ह थाने पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराने गई तो पुलिस ने भी मुकदमा दर्ज नहीं किया। थक हारकर संध्या ने पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा के शरण में गई, तब जाकर चील्ह पुलिस ने ससुराल वालों पर मुकदमा पंजीकृत किया।


Top