जयपुर, 9 फ़रवरी (हि.स.)। प्रदेश में बीते 24 घंटे में एक बार फिर से तापमान में गिरावट आ गई है। बुधवार शाम को ठंडी हवा चलने के बाद गुरुवार सुबह हवा सर्द रही। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में एक बार फिर से कमजोर पश्चिम विक्षोभ सक्रिय होने का असर दिख सकता है। इसके प्रभाव से आगामी 48 घंटे के दौरान राज्य के अधिकांश भागों में तापमान में दो से तीन डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद 11-12 फरवरी से एक बार पुन: उत्तरी हवा प्रभावी होगी। प्रदेश में अब बारिश होने के आसार नहीं है। जैसलमेर, बीकानेर और आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार-शुक्रवार को अपेक्षाकृत तेज दक्षिण-पश्चिमी हवा चल सकती है। प्रदेश के ज्यादातर जिलों में अब तापमान सामान्य ही रहने की संभावना है।
मौसम एक्सपट्र्स का कहना है कि एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में गुरुवार से सक्रिय हो रहा है। इसके असर से कश्मीर, लद्दाख के अलावा हिमाचल और उत्तराखंड की ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी होगी। इस सिस्टम का असर 11 फरवरी तक रहेगा। जब ये सिस्टम चला जाएगा तो मैदानी राज्यों में सर्द हवाएं चलेंगी और 13 फरवरी से तापमान फिर से गिरने लगेगा। इस तरह सर्दी का असर बढ़ेगा। इसके बाद 19 फरवरी से ठंडी हवाएं कमजोर होने लगेंगी और राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश में गर्मी बढ़ेगी। फिलहाल राजस्थान में समेत मध्य भारत में इस बार फरवरी के ही महीने में मार्च की गर्मी जैसा अहसास होने लग गया है। राजस्थान के कुछ शहरों में दिन का तापमान फरवरी के अंतिम सप्ताह तक 36 डिग्री सेल्सियस पहुंचने की आशंका है।
बीती रात बुधवार को सबसे कम पारा अलवर का 8, चूरू का 7.5, फतेहपुर का 9.8, उदयपुर का 9.2, जयपुर का 12.2, सीकर का 10.5 डिग्री सेल्सियस मापा गया। राजस्थान में इस सीजन सर्दी देरी से आई। कम पड़ी भी। नवंबर के महीने में शुरुआती दो सप्ताह वेस्टर्न डिस्टर्बेंस से अच्छी बारिश हुई, लेकिन उसके बाद 15 नवंबर से दिसंबर आखिरी तक पूरा सीजन सूखा निकल गया। इस डेढ़ महीने के अंतराल में कोई वेदर सिस्टम नहीं बन पाया। इससे पहाड़ों में न तो बर्फबारी हुई न ही मैदानों में सर्दी पड़ी। इसी का नतीजा रहा कि दिसंबर में इस बार पिछले 10 साल में सबसे कम ठंडा रहा। जयपुर की तुलना करें तो यहां दिसंबर में अधिकतम तापमान (सामान्य 24.5) से ज्यादा रहा। दिसंबर के 31 में से 23 दिन ऐसे रहे जब यहां न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर रहा।
जयपुर माैसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि फरवरी-मार्च में इस बार दिन के तापमान सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा रहने की संभावना है। इसके पीछे कारण समुद्र लेवल पर तापमान में परिवर्तन है। शर्मा के मुताबिक अभी समुद्री तल पर तापमान माइनस 0.4 डिग्री है। ये तापमान अगले माह मार्च-अप्रैल में बढ़कर प्लस में आएगा। इसके अलावा विंड पैटर्न भी बदला है, जिसके कारण भारत में डब्ल्यूडी (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) की फ्रिक्वेंसी कम हुई है। यही कारण रहा कि इस बार उत्तर भारत में बारिश-बर्फबारी भी सामान्य से कम रही। इस वजह से गर्मी जल्दी आ जाएगी। आज उत्तरी सर्द हवाओं से तापमान में थोड़ी गिरावट आई है। अजमेर, अलवर, जयपुर, कोटा, सीकर समेत कई शहरों में आज न्यूनतम तापमान 1 से लेकर 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। अलवर में आज न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कल 13.1 था। कोटा और उदयपुर का भी रात का तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। सीकर के फतेहपुर में पारा 4.6 डिग्री सेल्सियस गिरकर पांच से भी नीचे चला गया है।
जयपुर मौसम केंद्र से जारी फोरकास्ट के मुताबिक राजस्थान में फिलहाल मौसम शुष्क रहेगा और तेज धूप निकलेगी। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक अगले एक सप्ताह तक तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। बीती रात अजमेर में 11.5, अलवर में 8.8, बाड़मेर में 12.9, भीलवाड़ा में 8, बीकानेर में 12.4, चित्तौड़गढ़ में 8.6, चूरू में 5.4, जयपुर में 11, जैसलमेर में 13.2, जोधपुर में 10.5, कोटा में 11.6, पिलानी में 9.1, सीकर में 6.5, श्रीगंगानगर में 9.8, उदयपुर में 8.6, धौलपुर में 11.7, टोंक में 12.6, बूंदी में 12.6, बारां में 7.7, डूंगरपुर में 17.7, सिरोही में 8.1, करौली में 7, हनुमानगढ़ में 5.7 और जालोर में 8.4 डिग्री न्यूनतम तापमान मापा गया।