नई दिल्ली, 20 जून (हि.स.)। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अप्रैल महीने में शुद्ध रूप से 18.92 लाख सदस्य जोड़े हैं। इस साल मार्च की तुलना में अप्रैल में शुद्ध रूप से जुड़े सदस्यों की संख्या में 31.29 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई हैं।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने गुरुवार को जारी एक बयान में बताया कि अप्रैल में शुद्ध रूप से 18.92 लाख सदस्य जोड़े गए हैं। यह संख्या अप्रैल, 2023 की तुलना में 10 फीसदी अधिक है। आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल में लगभग 8.87 लाख नए सदस्य नामांकित हुए हैं। ईपीएफओ से जुड़ने वाले कर्मचारियों में 18-25 आयु वर्ग का दबदबा दिखाई देता है, जबकि जोड़े गए कुल नए सदस्यों में इस आयु वर्ग की हिस्सेदारी 55.50 फीसदी है। आंकड़ा से पता चलता है कि लगभग 14.53 लाख सदस्य ईपीएफओ से अलग हुए, जो दोबारा इसका हिस्सा बने हैं।
आंकड़ों के लिंग-आधारित विश्लेषण से पता चलता है कि 8.87 लाख नए सदस्यों में से लगभग 2.49 लाख नई महिला सदस्य हैं। इसके साथ ही अप्रैल में शुद्ध रुप से महिला सदस्यों का जुड़ाव लगभग 3.91 लाख रहा, जो मार्च की तुलना में करीब 35.06 फीसदी अधिक है। ईपीएफओ से नेट जुड़ने वाले सदस्य महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और हरियाणा में सबसे अधिक हैं। इन राज्यों में शुद्ध सदस्य जुड़ाव का करीब 58.30 फीसदी हिस्सा है। इन सभी राज्यों में महाराष्ट्र इस महीने 20.42 फीसदी शुद्ध सदस्य जोड़कर सबसे आगे रहा।