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कैथल में नौकरी का झांसा देकर लाखों ठगे

कैथल, 16 अगस्त (हि.स.)। स्टाफ सिलेक्शन कमीशन का पेपर पास करवा कर कर विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर 13 लाख 18 हजार रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में थाना सिविल लाइन पुलिस ने मां बेटा सहित 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। 15 अगस्त को दर्ज मामले में भगत सिंह कॉलोनी करनाल रोड निवासी दीपक ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह गुरुकुल एकेडमी में कोचिंग ले रहा था। ‌इसी दौरान उसकी पहचान अंबेडकर कॉलोनी निवासी राजेश से हुई। राजेश ने उसे घर जाकर अपने पिता व मां से भी मिलवाया। इस दौरान राजेश ने उससे कई बार रुपए लिए और वापस लौटा दिए। ‌ राजेश ने उसे विश्वास में लेकर बताया कि दिल्ली में रहने वाले रेलवे के अधिकारी अश्विनी से उसकी अच्छी जान पहचान है। ‌अश्विनी की एसएससी के चेयरमैन से जान पहचान है। 

उसने अश्विनी के साथ मिलकर कई लड़कों को नौकरी लगवाया है। दीपक ने बताया कि उसने 2021 में एसएससी के माध्यम से नौकरी के लिए आवेदन किया और 19 अप्रैल 2022 को पहला पेपर दिया। जिसका पता राजेश को चल गया। राजेश ने उसे बताया कि उसने अश्वनी से बात कर ली है। वह उसे पेपर पास करवा कर नौकरी लगवाने की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं। ‌उसने अपनी भी नौकरी लगने की फाइनल लिस्ट भी उसे दिखाई।‌ राजेश ने उसे 15 लाख रुपए में नौकरी लगवाने की जिम्मेदारी ली। जब उसने कहा कि वह एक साथ इतने रुपए नहीं दे सकता तो राजेश ने कहा कि दो तीन बार में रुपए देने हैं। पेपर पास करवाने का पूरा विश्वास देकर राजेश ने उससे 3लाख रुपए मांगे। जो उसने दे दिए। राजेश में उसे 2 जुलाई 2022 को बताया कि अगले दिन उसके पेपर का रिजल्ट आने वाला है। राजेश ने 3 जुलाई को उसके पेपर पास होने की लिस्ट की स्क्रीन शॉट उसके मोबाइल पर भेज दिया। कुछ दिन बाद उसने दूसरा पेपर पास करवाने के लिए 5 लाख रुपए मांगे जो उसने उसकी मां और परिवार पर विश्वास करके दे दिए। राजेश ने फोन फ्रेश पर कई बार बातें करवाई। राजेश की मां और भाई ने उसे नौकरी लगने का पूरा विश्वास दिलाया। 

20 अक्टुबर 2022 को राजेश ने बताया कि उसका दूसरा पेपर भी पास हो गया है।‌ उसने 5 लाख रुपए मांगे जो उसने गूगल पर के माध्यम से उसके बैंक अकाउंट में डलवा दिए। एसएससी के पास उम्मीदवारों के पास डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का नोटिस आया जो उसके पास नहीं आया। जब उसने एतराज किया तो वह टाल मटोल करता रहा। 17 मार्च 2023 को फाइनल लिस्ट आने के बाद नाम ना आने पर उसने एतराज जताया तो राजेश ने अपनी मां व भाई के पास बैठकर उसे बताया कि जो लिस्ट उसने भेजी थी है‌। उसने अपनी बुआ के लड़के गुरमीत के सीएससी सेंटर में बैठकर फर्जी बनाई थी और उसमें रोल नंबर एडिट किया था। पुलिस ने दीपक की शिकायत पर राजेश उसके भाई विजेंदर मां माली देवी बुआ के लड़के गुरमीत दिल्ली निवासी अश्विनी मौसा मौसी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
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