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सिक्किम को विश्व का 'हरित कृषि-पारिस्थितिक गंतव्य' बनाने की अपील

गंगटोक, 16 मार्च (हि.स.)। सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने सिक्किम को विश्व में 'हरित कृषि-पारिस्थितिक गंतव्य' के रूप में स्थापित करने के लिए समर्थन की अपील की है। उन्होंने कहा कि सिक्किम को ऐसी हरित प्रौद्योगिकी की जरूरत है, जो सीमित कृषि भूमि से बेहतर उत्पादन सुनिश्चित कर सके। राजधानी गंगटोक के चिंतन भवन में गुरुवार को आयोजित बी20 सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री तमांग ने बी20 और जी20 के प्रतिनिधियों के सामने ऐसे चार क्षेत्रों का जिक्र किया, जिनमें सिक्किम को अभी समर्थन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सिक्किम को ऐसी हरित प्रौद्योगिकी की जरूरत है, जो सीमित कृषि भूमि से बेहतर उत्पादन सुनिश्चित कर सके। उन्होंने राज्य में किसानों की नई पीढ़ी के क्षमता विकास की आवश्यकता के साथ-साथ उन्हें जैविक खेती पर प्रशिक्षण के नए तरीके प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिक्किम के लिए बाजार संपर्क और पहुंच भी महत्वपूर्ण विषय है। उन्होंने बी20 और जी20 के प्रतिनिधियों से इन क्षेत्रों में निवेश करने और सिक्किम को ’हरित कृषि-पारिस्थितिक गंतव्य’ के रूप में स्थापित करने की अपील की। मुख्यमंत्री तमांग ने सिक्किम को जी20 के तहत दो सम्मेलन आयोजित करने का अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस सम्मेलन के जरिये पर्यटन, आतिथ्य, औषधि उद्योग और जैविक खेती में बहुपक्षीय व्यापार साझेदारी के अवसर को सिक्किम का प्रतिध्वनि बताया।मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में आये प्रतिनिधियों को जानकारी दी कि सिक्किम ने सतत विकास लक्ष्य सूचकांक में देश में आठवां स्थान हासिल किया है, राज्य में महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता सुनिश्चित की गई है। इसके अलावा उन्होंने सरकार की आमा सशक्तिकरण योजना, मेरो रुख मेरो संतति आदि योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। उद्घाटन सत्र को सिक्किम सरकार के मुख्य सचिव वीबी पाठक, भारत सरकार के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार प्रवर्द्धन विभाग की प्रधान आर्थिक सलाहकार रूपा दत्ता, जी20 सचिवालय के संयुक्त सचिव आशीष कुमार सिन्हा, भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (आर्थिक कूटनीति) नूर रहमान शेख और नीति आयोग के अतिरिक्त सचिव डॉ. चिंतन वैष्णव ने भी संबोधित किया।
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