Logo
Header
img

बीएमएस की अखिल भारतीय बैठक में जुटेंगे भारत-नेपाल के पदाधिकारी

18 से 20 अगस्त तक चुनार के सुरभि शोध संस्थान में होगी बैठक

श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा और वेतन विसंगतियों पर होगी चर्चा

विश्व के सबसे बड़े श्रमिक संगठन भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) की अखिल भारतीय पदाधिकारी बैठक 18 से 20 अगस्त तक चुनार के रामबाग स्थित सुरभि शोध संस्थान में होगी। इसमें देश के सभी प्रदेशों समेत दमन दीव, अंडमान निकोबार और नेपाल से संगठन के पदाधिकारियों के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष हिरण्यमय पांडया व सह संगठन मंत्री गणेश मिश्रा भाग लेंगे। बैठक का प्रमुख एजेंडा श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा और वेतन विसंगतियों को लेकर होगा।

बीएमएस के राष्ट्रीय महामंत्री रविंद्र हिमते ने बताया कि आगामी छह माह की कार्ययोजना तैयार करने के साथ पिछली बैठक के विषयों की समीक्षा की जाएगी। राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि 1955 में महान विचारक दतोपत्त ठेंगड़ी ने राष्ट्र, मजदूर व उद्योग हित के लिए भोपाल में बीएमएस की स्थापना की थी। वर्तमान में 5690 संगठनों व चार करोड़ से अधिक कार्यकर्ताओं के साथ ये संगठन 2025 में अपने 70 वर्ष पूरे कर रहा है।

उत्तर मध्य क्षेत्र (उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली व नेपाल) के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अनुपम ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ आरंभिक काल से ही श्रमिक हित के संरक्षण का हिमायती रहा है। अखिल भारतीय बैठक में देश के प्रत्येक कामगार की सामाजिक सुरक्षा, प्रवासी श्रमिकों की समस्या, संगठित व असंगठित क्षेत्र में महिला श्रमिकों का अधिक से अधिक योगदान सुनिश्चित कराने, आउटसोर्सिंग श्रमिकों की समस्याओं के निराकरण पर चर्चा होगी। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष विश्वेश्वर राय भी मौजूद थे।

बीएमएस के संस्थापकों में से एक थे चुनार के रामनरेश

मजदूर हित के लिए काम करने वाले चुनार क्षेत्र के बगहीं निवासी रामनरेश सिंह उर्फ बड़े भाई बीएमएस के संस्थापकों में से एक थे। कालांतर में महामंत्री के रूप में उन्होंने बीएमएस के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनकी जन्मस्थली चुनार के बगहीं गांव में 19 अगस्त को बीएमएस के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी जाएंगे।

Top