Logo
Header
img

सुनील छेत्री ने की आईएसएल की तारीफ, कहा- विदेशी खिलाड़ियों के आने से युवाओं को हुआ फायदा

भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान और बेंगलुरू एफसी के करिश्माई खिलाड़ी सुनील छेत्री ने इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) से युवाओं को मिलने वाले एक्सपोजर की सराहना की और साथ ही युवा खिलाड़ियों के करियर के शुरुआती दौर में उनके खेल के स्तर को ऊपर उठाने में इस लीग की भूमिका को भी सराहा।

छेत्री ने पिछले हफ्ते बेंगलुरू में आयोजित आईएसएल मीडिया डे में सेंटर-बैक संदेश झिंगन का उदाहरण दिया और बताया कि कैसे फेरान कोरोमिनास, बार्थोलोम्यू ओग्बेचे व मिकू जैसे अनुभवी अंतरराष्ट्रीय फॉरवर्ड्स का सामना करके एफसी गोवा के डिफेंडर को अपने करियर की शुरुआत में काफी मदद मिली।

छेत्री ने कहा, “मुझे लगता है कि जिन सभी संभावित खिलाड़ियों के पास देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका होता है, वे दिन-प्रतिदिन बेहतर खिलाड़ियों के साथ ट्रेनिंग करते हैं, बेहतर मुकाबले खेलते हैं, पिछले साल यह (प्रतियोगिता) कितनी कठिन थी लेकिन इस साल हमारे पास जो भी ज्ञान है, उससे यह सभी टीमों के लिए प्रतिस्पर्धा और भी कठिन लग रही है। इसलिए, जब हर साल लीग अधिक प्रतिस्पर्धी होती जाती है, तो इससे लीग का हिस्सा बनने वाले प्रत्येक खिलाड़ी को मदद मिलती है।”

स्टार भारतीय फॉरवर्ड ने कहा, “मैं हमेशा संदेश झिंगन का उदाहरण देता हूं। जब वह युवा था और केरल में वह कोरो, ओग्बेचे व मिकू जैसे विदेशी फॉरवर्ड्स का सामना किया करता था और उनको स्कोर करने से रोकने की कोशिश करता था, यह एक मुख्य वजह है जिससे उन्होंने खुद को साबित किया। इसलिए, मुझे लगता है कि हर साल लीग का स्तर बेहतर हो रहा है, बेहतर खिलाड़ी आते रहे हैं और इससे उन युवाओं को मदद मिलती है जो आईएसएल का हिस्सा हैं क्योंकि वे बेहतर खिलाड़ियों के साथ ट्रेनिंग करते हैं, और यही मायने रखता है कि इससे हम सभी में सुधार हो रहा है।”

आईएसएल ने केरल, पश्चिम बंगाल और देश के पूर्वोत्तर राज्यों जैसे पारंपरिक केंद्रों से परे भारत में फुटबॉल फैंस के विस्तार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बेंगलुरू स्वाभाविक रूप से एक ऐसे शहर के रूप में उभरा है जो फुटबॉल को गंभीरता से लेता है और ओडिशा, मुम्बई, चेन्नई व जमशेदपुर सहित अन्य राज्य इसी तरह के उदाहरण हैं। इस साल पंजाब के शीर्ष स्तर पर पहुंचने के साथ ही आईएसएल ने उत्तर भारत में भी अपना विस्तार कर लिया है। छेत्री के पास बेंगलुरू की फुटबॉल संस्कृति बारे में कहने के लिए गर्मजोशी से भरे कुछ शब्द थे, जो कि पिछले दशक में फली-फूली है।छेत्री ने कहा, “मुझे लगता है कि मेरी बातें थोड़ा अधिक पक्षपातपूर्ण लगेंगी। लेकिन मुझे लगता है कि हमारे पास देश में सबसे अच्छे प्रशंसक हैं। हमारे पास कोलकाता के दिग्गज क्लब हैं, जिनके पास भारी तादाद में फैंस हैं, कोच्चि में इसी तरह के नंबर हैं, बहुत सारे क्लबों में भारी संख्या में प्रशंसक हैं और जब हम राष्ट्रीय टीम के लिए खेलते हैं तो वे वास्तव में अच्छा समर्थन करते हैं। लेकिन, क्योंकि मैं बहुत कुछ जानता हूं कि कैसे तैयारी की जाती है, और मैंने पिछले 10 वर्षों में बहुत कुछ देखा है, मेरा मानना है कि हमारे पास सबसे अच्छे प्रशंसक हैं।”

उन्होंने अंत में कहा, “हर साल उनकी संख्या के साथ गुणवत्ता भी बढ़ रही है। मुझे लगता है कि अगर 10 साल पहले कोई आकर कहता कि फुटबॉल में बीएफसी प्रशंसक आएंगे और वही करेंगे जो उन्होंने किया है, तो लोगों को उन पर विश्वास नहीं होता। लेकिन, मुझे लगता है कि उन्होंने वास्तव में अच्छा समर्थन किया है और मुझे उम्मीद है कि बीएफसी के प्रशंसकों के रूप में, हम अपने पैर जमीन पर रखेंगे और सुधार करते रहेंगे।”इंडियन सुपर लीग का 10वां सीजन 21 सितम्बर को कोच्चि के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में चिर-प्रतिद्वंद्वियों केरला ब्लास्टर्स एफसी और बेंगलुरू एफसी के बीच ब्लॉकबस्टर मुकाबले के साथ शुरू होगा।

Top