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मुख्यमंत्री ने बाढ़ग्रस्त इंदौरा और फतेहपुर क्षेत्रों का किया हवाई सर्वेक्षण, राहत शिविरों में ??

पौंग बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद कांगड़ा जिला के इंदौरा और फतेहपुर क्षेत्रों में बने बाढ़ के हालात का मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बुधवार को जहां हवाई सर्वेक्षण किया वहीं राहत शिविरों में पंहुचकर प्रभावित लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनी। मुख्यमंत्री ने इस दौरान राहत शिविरों में परोसे जा रहे खाने की गुणवत्ता जांचने के लिए दोपहर का भोजन भी प्रभावितों के साथ बैठकर किया।

मुख्यमंत्री ने इंदौरा क्षेत्र के डमटाल में बनाए गए राहत शिविर में पंहुचकर प्रभावितों से मुलाकात की। इस दौरान कृषि मंत्री चंद्र कुमार सहित इंदौरा और फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक भी मौजूद रहे। उन्होंने जिला प्रशासन को प्रभावितों को हर संभव सहायता और सुविधाएं मुहैया करवाने के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने राहत शिविरों में रह रहे लोगों के खाने पीने सहित उनका हेल्थ चैकअप से लेकर अन्य जरूरत की जीचें उन्हें उपलब्ध करवाने को कहा।

गौर हो कि जिला कांगड़ा के इंदौरा और फतेहपुर उपमंडल में पिछले कल मंगलवार दोपहर से चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में वायुसेना के हेलीकॉप्टर, सेना और एनडीआरएफ की मदद से लोगों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से सुरक्षित निकालने का अभियान आज भी जारी है। इस अभियान में अभी तक 933 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। जिनमें 585 लोगों को इंदोरा और 348 लोगों को फतेहपुर से रेस्क्यू किया गया है। इन लोगों एचआरटीसी की बसों के माध्यम से प्रशासन द्वारा स्थापित राहत शिविरों में ले जाया जा रहा है। राहत एवं बचाव कार्य अभी जारी है।

पांच स्थानों पर किए राहत शिविर स्थापित

जिलाधीश ने बताया कि रेस्क्यू किए गए लोगों के लिए पांच रिलीफ कैंप स्थापित किए गए हैं, जिनमें फतेहपुर और इंदोरा में दो-दो तथा नूरपुर में एक राहत शिविर लगाया गया है। उन्होंने बताया कि फतेहपुर उपमंडल के बढूखर में 212 और फतेहपुर में 121 लोग रह रहे हैं। वहीं इंदोरा के राम गोपाल मंदिर में 67 तथा शेखपुरा में 111 लोगों ने आश्रय लिया है। उन्होंने बताया कि नूरपुर के लदरोड़ी में स्थापित राहत शिविर में 28 लोग अभी रह रहे हैं।


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