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भूख बढ़ाने के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है 'करोंदा' : डॉ. निमिषा अवस्थी

पित्त को शांत करने में भी है सहायक, पोषक तत्वों से भी है भरपूर

 भाग दौड़ की जिंदगी में लोग फास्ट फूड को अधिक पसंद कर रहे हैं, लेकिन अभी भी कई ऐसे फल हैं जिनकी तरफ कुछ ही लोगों का ध्यान जाता है जो अधिक लाभप्रद हैं। इन्ही में एक करोंदा है जो मानव स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है। यह भूख तो बढ़ाता ही है साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है और पोषक से भी भरपूर है। यह बातें सोमवार को सीएसए की गृह वैज्ञानिक डॉ. निमिषा अवस्थी ने कही।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के अंतर्गत संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर की गृह वैज्ञानिक डॉ निमिषा अवस्थी ने बताया कि करोंदा मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। यह एक झाड़ीनुमा पौधा होता है। करोंदे का प्रयोग अचार और सब्ज़ी बनाने में किया जाता है। इसका पौध बीज अगस्त या सितम्बर में 1.5 मीटर की दूरी पर लगाया जाता है। इसका स्वाद खट्टा होता है। स्वभाव से ये गर्म तासीर का होता है। पके हुए करोंदे खाने में बहुत अच्छे लगते हैं। करोंदा भूख को बढ़ाता है और पित्त को शांत करता है। यह हृदय के लिए लाभकारी होता और रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। कैल्सियम होने के कारण यह दांतों के लिए लाभकारी होता है। यह मुख को स्वस्थ रखता है और इसको खाने से वजन कम होता है तथा हड्डियों को मज़बूती एवं चमकती त्वचा, मुंहासे की रोकथाम, बालों का बढ़ना आदि करोंदा पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें प्रोटीन 1.1 से 2.2, विटामिन सी 1.6 से 17.9 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम, लोहा तत्व 39.1 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम, कैल्सियम 21 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम, फास्फोरस 38 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम पाया जाता है। इसलिए ये स्वस्थ प्रतिरक्षा का निर्माण करता है और शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। साथ ही इसमें मौजूद लोहा हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होने देता है। इस प्रकार से करोंदा हमारे शरीर के लिए अति

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