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अध्यादेश के खिलाफ अब स्टालिन से मिले केजरीवाल

चेन्नई, 01 जून (हि.स.)। केन्द्र सरकार के केन्द्र शासित प्रदेश में नियुक्ति और स्थानांतरण के मसले पर अंतिम शक्ति उपराज्यपाल को दिए जाने से संबंधित अध्यादेश के खिलाफ समर्थन हासिल करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने गुरुवार को चेन्नई में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मुलाकात की। केजरीवाल ने उनसे राज्यसभा में इस संबंध में आने वाले विधेयक का विरोध कर इसे पारित नहीं होने देने की अपील की हैं। वहीं स्टालिन ने उन्हें समर्थन देने का आश्वासन दिया है।

मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने साझा पत्रकारवार्ता को संबोधित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री केजरीवाल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी के अन्य नेता भी मौजूद थे। वहीं मुख्यमंत्री एसके स्टालिन के पार्टी के लोकसभा सांसद टीआर बालु और कन्नीमोई उपस्थित थी।

पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि भाजपा सरकार दिल्ली को लेकर अध्यादेश लायी है और द्रमुक इसका पुरजोर विरोध करेगी। हम अन्य नेताओं के साथ इस पर चर्चा करेंगे और वे सभी नेताओं से समर्थन करने की अपील करते हैं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा के पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है। उनके पास 238 में से 93 सीटें हैं। अगर सभी गैर भाजपा पार्टियां एक साथ आ जाएं तो हम राज्यसभा में इस बिल को हरा सकते हैं। यह 2024 के लिए एक मजबूत संदेश होगा।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देशभर में पार्टियों और नेताओं का समर्थन हासिल करने के लिए यात्रा कर रहे हैं। वे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और एनसीपी नेता शरद पवार, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर चुके हैं। उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भी मुलाकात का समय मांगा है।


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