नई दिल्ली, 07 अक्टूबर (हि.स.)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार की आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन के मामले में शुकव्रार को एक बार फिर से छापा मारा है। सूत्रों के मुताबिक ईडी के अधिकारी दिल्ली, पंजाब और हैदराबाद में 35 स्थानों पर गहन तलाशी ले रहे हैं। यह छापे कुछ शराब वितरकों, कंपनियों और उनसे जुड़े दफ्तरों में मारे गए हैं।
ईडी इस मामले में अब तक 103 से अधिक ठिकानों पर छापा मार चुकी है।पिछले महीने शराब कारोबारी एवं शराब बनाने वाली कंपनी 'इंडोस्पिरिट' के प्रबंध निदेशक समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया गया था। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के प्राथमिकी दर्ज करने के बाद ईडी ने धनशोधन का मामला दर्ज किया था। दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के क्रियान्वयन में कथित अनियमितता की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। उन्होंने इस मामले में 11 आबकारी अधिकारियों को निलंबित भी किया था।
सीबीआई की एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि उप मुख्यमंत्री सिसोदिया के कथित सहयोगी अर्जुन पांडे ने इंटरटेनमेंट और इवेंट मैनेजमेंट कपंनी के पूर्व सीईओ विजय नायर की ओर से समीर महेंद्रू से करीब 2-4 करोड़ रुपये नकद लिए थे।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार सुबह ट्वीट किया है- “500 से ज्यादा रेड, 3 महीनों से सीबीआई/ईडी के 300 से ज्यादा अधिकारी 24 घंटे लगे हुए हैं- एक मनीष सिसोदिया के खिलाफ सबूत ढूंढने के लिए। कुछ नहीं मिल रहा। क्योंकि कुछ किया ही नहीं अपनी गंदी राजनीति के लिए इतने अधिकारियों का समय बर्बाद किया जा रहा है। ऐसे देश कैसे तरक्की करेगा।”