भारत जकात माझी परगना महाल ने कई मांगों को लेकर गुरुवार को बालुरघाट में जिला प्रशासनिक भवन का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। इस दिन आदिवासी समुदाय के सैकड़ों लोगों ने हाथों में तीर-धनुष के साथ विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों का दावा है कि आदिवासियों को कई तरह से वंचित किया जा रहा है। आदिवासी वन संरक्षण अधिनियम के अनुसार आदिवासियों को जंगल में रहने का अधिकार दिया जाना चाहिए। आदिवासी प्रमाण पत्र फर्जी बनाये जा रहे है। इसे तुरंत रोकना होगा। प्रत्येक जिले में सावंतली माध्यम के विद्यालय खोलकर पढ़ाई लिखे शुरू करना होगा। वहीं, भारत जकात माझी परगना महाल ने मणिपुर में आदिवासियों के उत्पीड़न के विरोध भी किया। जिसके बाद अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। दूसरी तरफ, आदिवासियों के प्रदर्शन को लेकर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बालुरघाट जिला प्रशासनिक भवन परिसर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।