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कोरोना के खिलाफ तैयारियों की जांच के लिए आज अस्पतालों में होगी मॉक ड्रिल

भोपाल, 27 दिसंबर (हि.स.)। चीन में कोरोना के बिगड़ते हालातों को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारें सतर्क हो गई हैं। देश भर के अस्पतालों में मंगलवार को कोरोना से मुकाबले की तैयारियों की जांच के लिए आज मॉक ड्रिल की जा रही है। इसी क्रम में प्रदेश के अस्पतालों में भी व्यवस्थाओं का रियलिटी चेक किया जाएगा। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के सभी अस्पतालों में मंगलवार को कोरोना को लेकर तैयारियों का रियलिटी चेक किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा, आयुष, गैस राहत और केन्द्र सरकार के चिकित्सा संस्थानों में मॉकड्रिल की जाएगी। इस दौरान सभी अस्पतालों और चिकित्सा संस्थाओं में उपलब्ध सुविधाओं की जांच की जाएगी। यह देखा जाएगा कि वे काम करने की स्थिति में हैं या नहीं और जरूरत के समय उन पर रहा जा सकता है या नहीं। इस दौरान जहां आईसीयू, सीसीयू में उपचार सुविधाओं की जांच की जाएगी, वहीं दवाओं, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन प्लांट आदि की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी। प्रदेश में फिलहाल स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में 1,685 आईसीयू बेड्स तैयार हैं। इसके अलावा, प्रदेश की सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में कुल 15,490 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स हैं। प्रदेश में कोरोना मरीजों के लिए चिन्हित सरकारी अस्पतालों में 736 वेंटिलेटर, 824 बाय पेप मशीन, 153 हाईफ्लो नेजल केनुला उपलब्ध हैं। कोरोना की संभावित लहर को देखते हुए बच्चों के लिए 1,105 अतिरिक्त ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स, 626 पीडियाट्रिक आईसीयू बेड्स तैयार किए गए हैं। वर्तमान में एक्टिव पीआईसीयू में 140 पीडियाट्रिक वेंटिलेटर, 65 एडवांस आईसीयू वेंटिलेटर, 54 बाईपेप और 99 हाई फ्लो नेजल केनुला उपलब्ध हैं। कोरोना मरीजों के लिए अस्पतालों में दवाओं और उपचार सामग्री की निरंतर उपलब्धता के लिए एडवांस में इंतजाम किए गए हैं। जरूरत के लिए 13,036 रेमडेसिविर इंजेक्शन सेंट्रल वेयर हाउस स्टोर किए गए हैं। ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए सरकारी अस्पतालों में केन्द्र सरकार और अन्य स्त्रोतों से प्राप्त कुल 198 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट चालू हालत में हैं। इनसे 183 मीट्रिक टन डेली ऑक्सीजन तैयार हो सकती है।
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