स्वामी परमानंद गिरि महाराज ने कहा कि ईश्वर की नजर में सजातीय भेद नहीं होता है। जगत में सजातीय भेद जरूर है। उन्होंने कहा कि गुरु में पूरी श्रद्धा रखना चाहिए। गुरु का एक वाक्य व्यक्ति को मुक्ति दे देता है। अखंड परम धाम सेवा समिति झांसी के तत्वावधान में आयोजित गुरुदर्शन व पादुका पूजन समारोह में स्वामी परमानंद गिरि महाराज का आज यहां सदर बाजार के कैंट क्षेत्र में अरुण अग्रवाल,व अनूप अग्रवाल के आवास पर पादपूजन हो रहा था।
गुरुपाद पूजन के पूर्व स्वामी परमानंद महाराज ने भक्तों व श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी को देखने वाले को देखना चाहिए लेकिन व्यक्ति दिखाई देने वाले को देखते हैं। इसी को समझना है। उन्होंने कहा कि धर्म सहित धर्मी एवं दुख धर्म है। मन धर्मी है। मैं अनंत हूं। सीमित नहीं हूं। ब्रह्म और आत्मा एक है इन्हें अलग-अलग करके मत देखो।
स्वामी परमानंद जी महाराज ने कहा कि मैं झांसी में तीन पीढ़ियों से आ रहा हूं। स्वर्गीय माता जी कृष्णा अग्रवाल व स्वर्गीय प्रेम नारायण अग्रवाल के माता-पिता के समय में भी आता था तथा वर्तमान व भविष्य में यह गुरु पूजन की परंपरा जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि परमात्मा ने जन्म मरण दे दिया है,लेकिन मौत के पार हम कैसे जाएं यह गुरु ही बताते हैं। परमात्मा को जानकर मृत्यु के पार जाया जा सकता है। समझ अज्ञान का नाश करती है।
इससे पूर्व प्रारंभ में अरुण अग्रवाल, अनूप अग्रवाल, ममता अग्रवाल ने गुरु पाद पूजन किया। गुरुदेव भगवान का आशीर्वाद लिया। इस गुरु पूजन के पावन अवसर पर राजकुमार व्यास बगैरा वाले, मनोहर सिंह भांडेर,सुरेश गुप्ता बैंक वाले, सिद्धनाथ,व चंदन आदि सैकड़ों गुरु भक्त उपस्थित रहे।