मेरठ, 02 जून (हि.स.)। तापमान के उतार-चढ़ाव से बीमारियों ने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। डॉक्टरों के क्लीनिक और अस्पतालों में बीमार लोगों की संख्या बढ़ रही है। डॉक्टर लगातार लोगों को बदलते मौसम में सावधानी बरतने का परामर्श दे रहे हैं।
जून महीने में भी तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है। तेज आंधी और बूंदाबांदी के चलते पश्चिम उत्तर प्रदेश में इस समय रोज मौसम बदल रहा है। कभी लोगों को गर्मी से राहत मिल जाती है तो कभी भीषण गर्मी लोगों को सता रही है। इससे बीमारियों ने लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। अधिकांश मरीज डिहाइड्रेशन, डायरिया, बुखार, टाइफाइड से पीड़ित है। डॉक्टरों के क्लीनिक और अस्पतालों में मरीजों की लाइन लगी है। मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल के बाल रोग विभाग की ओपीडी में बीमार बच्चे बहुत आ रहे हैं। इसी तरह से निजी अस्पतालों की ओपीडी भी बीमार बच्चों से भरी हुई है।
मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. नवरत्न गुप्ता का कहना है कि इस समय बच्चों में उल्टी-दस्त, डायरिया, बुखार, खांसी की समस्या सामने आ रही है। सर्वोदय नर्सिंग होम के डॉ. नगेंद्र देव का कहना है कि बच्चों के साथ-साथ बड़े लोग भी बीमार हो रहे हैं। बदलते हुए मौसम में सावधानी रखने से ही लोग बीमारियों से बच सकते हैं। दिक्कत होने पर डॉक्टर की सहायता ली जानी चाहिए।
बीमारियों से बचने के उपाय
-भीषण गर्मी में हाथ-पैर, सिर, चेहरा ढक कर घर से बाहर निकलें।
-तेज धूप में निकलने से पहले छाते का प्रयोग करें।
-लगातार पानी पीते रहे। खाली पेट ना रहें।
-छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखें।
-मौसम बदलने पर लापरवाही ना बरतें।