कुशीनगर, 29 दिसम्बर(हि. स.)। साल 2022 में राज्य की कुशीनगर पुलिस का कहर शराब, गांजा, अफीम व चरस के तस्करों पर जमकर बरपा। 4.81 करोड़ के मादक पदार्थों की रिकार्ड बरामदगी हुई और 1139 तस्कर जेल की सीखचों के पीछे भेजे गए। नतीजा सामने है कि जिले में कदम रखने के पहले तस्कर सोचने को विवश हैं।
पुलिस रिकार्ड के मुताबिक विभिन्न थाना क्षेत्रों में चलाए गए 961 अभियान में 61 लाख 32 हजार 750 रुपये मूल्य की कुल 40 हजार 885 लीटर शराब की बरामदगी की गई और 1008 तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इन पर समान रूप से आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई हुई ही,13 तस्करों की हिस्ट्रीशीट खोली गई और 86 तस्करों पर गुंडा एक्ट लगाया गया। कई आर्म्स एक्ट में भी जेल गए। दूसरी तरफ मादक पदार्थों के विरुद्ध विभिन्न थाना क्षेत्रों में 97 अभियान सफल हुए। 131 तस्कर गिरफ्तार किए गए। पुलिस ने 36 लाख आठ हजार 340 रुपये मूल्य का 1803 किलो गांजा, 57 लाख 11 हजार 602 रुपये मूल्य का 10.38 किलो चरस और दो लाख 32 हजार 020 मूल्य का 0.1632 ग्राम स्मैक बरामद की गई। पांच तस्करों पर गुंडा एक्ट लगाया गया और दो तस्करों की हिस्ट्रीशीट खोली गई।
तकनीकी रूप से यह आंकड़ा पूरे एक साल का है। किंतु 95 प्रतिशत कामयाबी की गणना अप्रैल से दिसम्बर माह में दिख रही है। उल्लेखनीय हैै कि अप्रैल माह में जिले के नए पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्यभार संभाला था। इसके बाद से पुलिस का कहर तस्करों पर बरपता दिखा। बिहार प्रान्त व नेपाल से बिल्कुल नजदीक होने के कारण कुशीनगर जिला तस्करों के लिए बेहद मुफीद बना हुआ था। पुलिस की कार्रवाई से अब तस्कर फूंक-फूंक के कदम रख रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल इसका श्रेय सहयोगियों की कर्तव्यपरायणता को देते हैं। सटीक सूचना तन्त्र व ई-इंफ्रा ने भी पुलिस की राह आसान की।