प्रताप गौरव केंद्र में उदयपुर के तीसरे रोप-वे की तैयारी
उदयपुर, 29 अप्रैल उदयपुर पर्यटन का शहर है। पर्यटकों को आकर्षित करने के यहां नित नए प्रयोग होते रहते हैं। पर्यटन के क्षेत्र में रोप-वे के प्रति क्रेज को देखते हुए शहर में अब तीसरे रोप-वे की भी तैयारी सामने आ रही है। वर्तमान में दूधतलाई से करणी माता मंदिर तक रोप-वे संचालित है और फतहसागर के समीप नीमच माता मंदिर की पहाड़ी पर दूसरे रोप-वे का कार्य चल रहा है।
देश भर में चर्चित हो रहे उदयपुर के प्रताप गौरव केंद्र ‘राष्ट्रीय तीर्थ’ पर पर्यटकों की सुविधा के लिए रोप-वे स्थापित करने की योजना प्रस्तावित है। इसके लिए आवश्यक आरंभिक चरण की तैयारी शुरू कर दी गई है।
प्रताप गौरव केंद्र के निदेशक अनुराग सक्सेना ने बताया कि 25 बीघा में स्थापित प्रताप गौरव केन्द्र में स्थित भारत माता मंदिर से लेकर पहाड़ी पर स्थित महाराणा प्रताप की विशाल बैठी हुई प्रतिमा तक पर्यटकों को आराम से पहुंचाने के लिए रोप-वे की जरूरत महसूस की गई है और वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। रोप-वे स्थापना के लिए राज्य सरकार को आवेदन किया जा चुका है। राज्य सरकार स्तर पर होने वाली तीन स्तरीय बैठक में स्वीकृति मिलने के बाद इस पर तीव्रगति से काम शुरू कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि रोप-वे लगाने वाली कंपनी से सारी बात की जा चुकी है। कंपनी को कहां से कहां तक और कैसे रोप-वे स्थापित कर उसे संचालित करना है, यह भी आरंभिक सर्वेक्षण किया जा चुका है। प्रताप गौरव केंद्र ‘राष्ट्रीय तीर्थ’ पर आने वाले पर्यटकों को भारत माता मंदिर के यहां से पर्यटक को रोप-वे ट्रॉली में बैठाकर महाराणा प्रताप की विशाल प्रतिमा तक ले जाकर महाराणा प्रताप के चरणों में पुष्पांजलि की योजना बनाई गई है। उनका मानना है कि इससे देशी-विदेशी पर्यटकों में महाराणा प्रताप के प्रति श्रद्धा और प्रगाढ़ होगी। उल्लेखनीय है कि प्रताप गौरव केंद्र पर हाल ही करीब साढ़े सात करोड़ रुपए लागत से वाटर लेजर शो का उद्घाटन किया गया है। यह 5 मई से नियमित चलाया जाएगा। यह राजस्थान का पहला वाटर लेजर शो है जो पूर्णरूप से प्रताप को समर्पित है।