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बेलारूस को परमाणु बंधक बना रहे पुतिन

कीव, 26 मार्च, यूक्रेन के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी ने बेलारूस में सामरिक परमाणु हथियारों की तैनाती करने की रूस की योजना की रविवार को निंदा की और कहा कि मॉस्को अपने सहयोगी देश को परमाणु बंधक बना रहा है। हालांकि, रूस ने कहा कि उसने यूक्रेन को पश्चिमी देशों के बढ़ते सैन्य सहयोग के जवाब में यह कदम उठाया है। इस बीच, यूक्रेन सरकार ने रविवार को परमाणु ब्लैकमेल की रूस की रणनीति से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की आपात बैठक बुलाने का आह्वान किया। मालूम हो कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को सरकारी टेलीविजन के साथ एक साक्षात्कार में बेलारूस में सामरिक परमाणु हथियारों की तैनाती करने की अपनी योजना के बारे में बताया था। सामरिक परमाणु हथियार युद्ध के मैदान में इस्तेमाल करने के इरादे से बनाए जाते हैं और अधिक शक्तिशाली परमाणु हथियारों से लैस लंबी दूरी की मिसाइलों के मुकाबले कम दूरी पर स्थित लक्ष्यों को निशाना बनाते हैं तथा अपेक्षाकृत कम नुकसान करते हैं। पुतिन ने कहा था कि यह योजना यूक्रेन को डिप्लेटिड यूरेनियम वाला गोला-बारूद देने की ब्रिटेन की योजना की जवाबी प्रतिक्रिया है। रूसी राष्ट्रपति ने पहले दावा किया था कि ब्रिटेन द्वारा यूक्रेन को उपलब्ध कराया जाने वाला गोला-बारूद परमाणु घटक से लैस है। उन्होंने कहा था कि बेलारूस में सामरिक परमाणु हथियारों की तैनाती करके रूस अमेरिका की दिखाई राह पर आगे बढ़ रहा है। पुतिन ने दावा किया था कि वाशिंगटन ने बेल्जियम, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड और तुर्किए में अपने परमाणु हथियार तैनात कर रखे हैं। उन्होंने कहा था कि हम वही कर रहे हैं, जो वे दशकों से करते आ रहे हैं। हम उन्हें (परमाणु हथियारों को) चुनिंदा सहयोगी देशों में तैनात कर रहे हैं, उनके प्रक्षेपण का मंच तैयार कर रहे हैं और उनका संचालन करने वाले दलों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा एवं रक्षा परिषद के सचिव ओलेक्सेई दानिलोव ने रविवार को ट्वीट किया कि पुतिन की घोषणा बेलारूस की अस्थिरता की दिशा में उठाया गया एक कदम है , जो बेलारूसी समाज में रूस और पुतिन को लेकर मौजूद नकारात्मक धारणा एवं सार्वजनिक अस्वीकृति को उच्चतम स्तर पर ले जाती है। दानिलोव ने कहा कि रूस बेलारूस को परमाणु बंधक बना रहा है। पुतिन ने बेलारूस में परमाणु हथियारों की तैनाती की योजना को लेकर कहा था कि बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जैंडर लुकाशेंको उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के देशों से घिरे होने के कारण उनसे निपटने के लिए काफी समय से इन हथियारों की मांग कर रहे हैं। बेलारूस की सीमा तीन नाटो देशों से मिलती है, जिनमें लातविया, लिथुआनिया और पोलैंड शामिल हैं। पुतिन ने कहा था कि बेलारूस में इन हथियारों के भंडारण के लिए उचित ढांचों का निर्माण एक जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा और हथियारों के रखरखाव का जिम्मा रूस ही संभालेगा।
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