खूंटी, 3 अगस्त (हि.स.)। देर से ही सही, पर मंगलवार और बुधवार को हुई जोरदार मानसूनी बारिश ने किसानों के चेहरे की खुशी लौटा दी है। आषाढ़ और एक महीने के सावन में भी भरपूर बारिश नहीं होने के कारण किसानों के चेहरे मुरझाने लगे थे, लेकिन पिछले दो दिनों में खूंटी जिले में तीन दिनों से हो रही झमाझम बारिश ने किसानों के बांछे खिला दी है।
किसान खेतों की जुताई और धान की रोपणी में जुट गए हैं। किसानों का कहना है कि यह बारिश उनके लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है। मानसूनी बारिश से खूंटी जिले में धान, मड़ुवा, गोड़ा के अलावा सब्जियों की खेती के कार्य में तेजी आ गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र खूंटी के मौसम कृषि वैज्ञानिक डॉ राजन चौधरी के अनुसार पिछले दो दिनों में खूंटी जिले में 97 मिमी बारिश हुई है। मंगलवार को 32 और बुधवार को 65 मिली मीटर बारिश हुई। उन्होंने अगले कुछ दिनों में अच्छी बारिश की संभावना जताई है। आत्मा के उप परियोजना निदेशक अमरेश कुमार के अनुसार खूंटी जिले में 65 हजार हेक्टेयर खेत में धान की बुआई का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि हाईब्रीड धान की रोपाई 15400 हेक्टेयर और छिंटा विधि से 29600 हेक्टेयर क्षेत्रफल में धान लगाने का लक्ष्य निर्धारित है।
उप निदेश ने किसानों को सलाह दी है कि वे वैज्ञानिक तरीके से खेती करें, ताकि अधिक उपज मिल सके।
उन्नत तकनीक अपनाकर उपज बढ़ाये किसान: डॉ चौधरी
मौसम कृषि वैज्ञानिक डॉ राजन चौधरी ने कहा कि किसान बीज तो लगा लेते हैं, लेकिन उसे कैसे लगाना है और किस तरह के खेत में कौन से प्रकार के बीज उपयुक्त होगा इसका चयन हम नहीं कर पाते, जो फसल उत्पादन में कमी का एक बहुत बड़ा कारण है। उन्होंने कहा कि किसान तकनीक के माध्यम से खेती करें और उसे अपने आसपास के किसानों को जागरूक करें, क्योंकि बिना उन्नत तकनीक के खेती नहीं करने से और वैज्ञानिक विधि से उसका अनुपालन न करने से किसान अपनी आमदनी नहीं बढ़ा पा रहे हैं।