श्रावणी पूर्णिमा पर संस्कृत दिवस के उपलक्ष्य में संस्कृत निदेशालय की ओर से संस्कृत-संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके लिए 29 अगस्त को बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित सम्मान समारोह में विद्वानों को यह सम्मान प्रदान किया जाएगा।
संस्कृत शिक्षा के निदेशक डॉ. भास्कर शर्मा 'श्रोत्रिय' ने बताया कि इसके तहत एक लाख रुपये का संस्कृत साधना शिखर सम्मान इस वर्ष पं. सांवरमल शर्मा को दिया जाएगा। 51 हजार रुपए का संस्कृत साधना सम्मान डॉ. दीरघराम रामस्नेही व डॉ. गजानन मिश्र को दिया जाएगा। इसी के साथ 31 हजार के 6 संस्कृत-विद्वत् सम्मान, 21 हजार रुपये के संस्कृत-युवा-प्रतिभा-सम्मान के तहत 12 विद्वानों काे सम्मान दिया जाएगा। साथ ही विशिष्ट सेवा सम्मान, भामाशाह प्रेरक सम्मान एवं मन्त्रालयिक सेवा सम्मान भी दिये जायेंगे।
संस्कृत शिक्षा की संयुक्त निदेशक डॉ. शालिनी सक्सेना ने बताया कि विद्वानों के अतिरिक्त प्रवेशिका, वरिष्ठ उपाध्याय, शास्त्री, आचार्य, शिक्षा शास्त्री सहित संस्कृत शिक्षा के प्रत्येक स्तर पर प्रथम स्थान पर रहे छात्र-छात्राओं का भी सम्मान किया जाएगा। सबसे अधिक प्रवेश व परिणाम देने वाली संस्थाओं को भी इसी समारोह के तहत सम्मानित किया जाएगा। समारोह में विद्वानों, संस्थाओं व छात्रों को मिलाकर 58 सम्मान दिए जाएंगे।