धमतरी, 6 जनवरी (हि.स.)।निजी स्कूलों के विद्यार्थियों को स्कूल छोड़ने वाले कुछ आटो व मैजिक पर सुरक्षा के उपाय नहीं है। खिड़कियों व पीछे पर जाली नहीं लगा हुआ है, ऐसे में वाहनों की रफ्तार स्थिति में छोटे बच्चों के गिरने का खतरा बना रहता है। वहीं कुछ चालकों द्वारा शराब पीकर वाहन चलाने की भी शिकायतें है, ऐसे में पालकों ने ट्रैफिक पुलिस से जांच करने व वाहनों में सुरक्षा के उपाय बढ़ाने की मांग की है, ताकि स्कूली बच्चे सुरक्षित रहे।
धमतरी, कुरूद, नगरी और मगरलोड ब्लाक में कुल 202 निजी स्कूलें संचालित है। धमतरी शहर में निजी स्कूलों की संख्या सबसे अधिक है। इनमें से ज्यादातर निजी स्कूलों के विद्यार्थी आटो व मैजिक से आना-जाना करते हैं। इनमें से कुछ मैजिक व आटो में सुरक्षा के उपाय नहीं है और बेधड़क बच्चों को बिठाकर वाहन दौड़ा रहे हैं, इससे स्कूली बच्चों के जान पर खतरा मंडराता रहता है। कई आटो व मैजिक के खिड़कियों पर जाली नहीं लगा है। खुले में होने के बावजूद पीछे में बच्चों को बिठाकर वाहन दौड़ा रहे हैं, इससे दुर्घटना की आशंका बना रहता है। इसे लेकर ट्रैफिक पुलिस गंभीर नहीं है।
पालक मनोज कुमार, परमेश्वर, अमित कुमार समेत अन्य पालकों का कहना है कि स्कूली आटो व मैजिक में सुरक्षा अनिवार्य किया जाए, क्योंकि थोड़ी लापरवाही खतरनाक हो सकता है। ऐसे में पालकों ने ट्रैफिक पुलिस से इन वाहनों में सुरक्षा के उपाय के लिए समय-समय पर जांच की मांग की है।
ट्रैफिक इंचार्ज के देव राजू ने बताया कि स्कूली आटो व मैजिक के खिड़कियों व पीछे पर सुरक्षा के मद्देनजर जाली अनिवार्य है। वाहन में बच्चे सुरक्षित रहें, इसके लिए आटो चालक गंभीरता से इन सुरक्षा के उपाय को अनिवार्य रूप से वाहनों में लगाए। साथ ही पूरी तरह से ट्रैफिक नियमों का पालन करें। पालकों की शिकायतों के आधार पर कभी भी ट्रैफिक पुलिस इन वाहनों की जांच कर सकती है। खामियां मिलने पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। जल्द ही ट्रैफिक पुलिस आटो व मैजिक की भी जांच करेगी, ताकि बच्चे सुरक्षित रहे।