जिले के ग्रामीण क्षेत्र में चालीस पिंजरों के साथ लगी हुई हैं वन विभाग की टीमें
जनपद के नजीबाबाद क्षेत्र के गांव कुंडा गवली में वन विभाग को एक और गुलदार को पकड़ने में सफलता मिली है। गुलदारों की दहशत तथा ग्रामीणों के आक्रोश के चलते 09 दिन के भीतर यह सातवां गुलदार पकड़ा गया है।
जनपद में 06 माह के दौरान गुलदार अब तक 13 ग्रामीणों को अपना शिकार बना चुके हैं। इस कारण किसान संगठन जनपद में आंदोलन चलाकर गुलदार को पकड़ने अथवा मारने की परमिशन किए जाने की मांग कर चुके हैं। किसानों ने 08 दिन अपनी मांगों के समर्थन में कलेक्ट्रेट में डेरा डाल दिया था। यह मामला विधानसभा में भी उठ चुका है। मुख्यमंत्री के संज्ञान में भी लाया जा चुका है।
गुलदारों की बढ़ती संख्या का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है की 06 माह के दौरान अब तक 22 गुलदार वन विभाग द्वारा पिंजरे में कैद किए गए हैं।
मंगलवार की रात में पकड़े गए गुलदार को वन विभाग ने गोरखपुर वन्य प्राणी उद्यान भेजा है। जनपद के अलग-अलग इलाकों में प्रतिदिन गुलदार देखे जाने के आधा दर्जन से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। ग्राम शिवपुरी, कांधला, राजौरी हल्दौर आदि क्षेत्रों में गुलदार की सक्रियता देखी जा रही है। कस्बा हल्दौर के बाईपास मार्ग पर स्थित एक बाग में गुलदार द्वारा बंदर को शिकार बनाए जाने की घटना भी 01 दिन पूर्व प्रकाश में आई है। वहीं अन्य गांव में गुलदार ने कुत्ते तथा बछड़े को शिकार बनाया है। डीएफओ अरुण कुमार सिंह तथा एसडीओ ज्ञान सिंह ने बताया की जनपद में लगभग तीन दर्जन पिंजरे लगाए जा चुके हैं। आधा दर्जन टीम क्षेत्रों में सक्रिय हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार की रात पिंजरे में फंसा गुलदार नरभक्षी हो सकता है। 05 से 06 वर्षीय आयु का यह गुलदार अब तक पकड़े गए गुलदारों में काफी खतरनाक है। उसके नरभक्षी होने के बारे में विशेषज्ञ टीम जानकारी करेगी।