शिवालयों में श्रावण माह के दूसरे सोमवार पर सोमवती एवं हरियाली अमावस्या के अवसर पर देवों के देव महादेव की विशेष पूजा अर्चना की गई। मां दंतेश्वरी देवी के मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ वहां स्थापित भोलेनाथ की दूध, बेलपत्र, गंगाजल, धतूरा एवं कनेर के फूल व पुष्प आदि से शिवलिंग का जलाभिषेक कर भोलेनाथ से सुख समृद्धि का आर्शीवाद मांगा।
दंतेश्वरी मंदिर मार्ग में स्थित शिवालयों में तथा भैरमदेव बाबा मंदिर में भी जलाभिषेक करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। वैसे तो सावन मास में पूरे दिन भक्त भोलेनाथ की पूजा होती है, लेकिन श्रावण मास में पडऩे वाले प्रत्येक सोमवार का दिन शिवभक्तों के लिए विशेष महत्व होता है। ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव की आराधना सावन में की जाए तो सारे दुख दर्द व संकट दूर हो जाते हैं, सुख-समृद्धि आती है। भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को मनवांछित फल एवं वरदान देते हैं।