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उप्र: 'लू' से बचाव करके करें सेहत की देखभाल

मेरठ, 25 अप्रैल भीषण गर्मी के साथ 'लू' चलने का मौसम आ गया है। ऐसे में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा लोगों से 'लू' से बचाव के उपाय अपनाने की अपील की है, जिससे बीमार होने से बचा जा सके। भीषण गर्मी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में आने वाले दिनों में हीट वेव (लू) चलनी शुरू हो जाएगी। 'लू' बढ़ते प्रभाव को देखते हुए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा 'लू' से बचाव के उपाय जारी किए हैं। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि लू से बचाव करके ही हम बीमार होने से बच सकते हैं। प्राधिकरण के अनुसार, लू के दौरान कड़ी धूप में अनावश्यक घर से बाहर न जाएं। धूप में ढीले और हल्के रंग के सूती कपड़े पहन कर निकलें। पौष्टिक आहार खाकर और पेय पदार्थ साथ रखकर ही घर से निकलें। गर्मी में हल्का भोजन करें और उसमें कच्ची प्याज, सत्तू व दही जरूर शामिल करें। पानी, छाछ, लस्सी, नींबू पानी, आम का पन्ना, फलों के जूस, बेल का शर्बत एवं नारियल पानी का सेवन करते रहें। मौसमी फल जैसे-तरबूज, ककड़ी, खरबूजा, खीरा एवं संतरा का अधिक से अधिक सेवन करें। बच्चों को धूप में पार्क किए वाहन में अकेला न छोड़ें। कड़ी धूप में अत्याधिक शारीरिक श्रम करने से बचें एवं थोड़े-थोड़े अंतराल पर विश्राम लें तथा पशुओं को छाया में बांधे और उन्हें पर्याप्त पीने का पानी दें। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. विश्वजीत बैंबी के अनुसार, लू लगने पर व्यक्ति को छाया,पंखे,कूलर के सामने लिटाएं। शरीर का तापमान कम करने के लिए शरीर, गर्दन, सिर एवं पेट पर ठंडे पानी से गीला किया हुआ कपड़ा रखें। व्यक्ति को ओआरएस घोल, छाछ या शर्बत पिलाएं, यदि आराम न मिले तो उसे तुरंत निकटवर्ती स्वास्थ्य केन्द्र में ले जाएं।
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