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विश्व कौशल दिवस पर दिखा आईटीआई के छात्रों का हुनर

 देश के युवाओं में हुनर की कमी नहीं है बस उन्हें उनकी रुचि के हिसाब से तराशा जाये तो भारत को विश्व गुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता है। यह बात विश्व कौशल दिवस के मौके पर शनिवार को राजकीय आईटी आई पाण्डु नगर में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व प्रधानाचार्य आईटीआई कानपुर अरुण कुमार ने कही।

उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न आईटीआई कॉलेज में प्रशिक्षण ग्रहण कर रहे छात्र ही भविष्य है। आज यहां प्रदर्शनी में लगे युवाओं द्वारा तैयार किए गए माण्डलों को देखने से यह प्रतीत हो रहा है कि यहीं कार्य देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेंगे। विश्व युवा कौशल दिवस के मौके पर परिसर में लगे विभिन्न स्टालों की स्थानीय लोगों ने बहुत सराहना की। फैशन टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक, फिटर एवं टर्नर के स्टार्स के मॉडल्स देखने के लिए काफी भीड़ रही।

जाने आईटीआई छात्रों का हुनर

प्रदर्शनी में धातु की गदा, रेन अलार्म सिस्टम, ट्रेन कपल्स, मध्यकालीन तकिया, रंग बिरंगी आधुनिक पोशाकों, तोप का वर्किंग मॉडल एवं भारत के विभिन्न राज्यों की कला की प्रदर्शनी लोगों द्वारा काफी सराही गईं।

इस आयोजन का शुभारंभ राजकीय आईटीआई पाण्डु नगर नोडल प्रधानाचार्य डॉ. नरेश कुमार एवं मुख्य अतिथि एवं ब्रांड एंबेसडर के रूप में कानपुर आईटीआई के पूर्व प्रधानाचार्य अरुण कुमार मिश्रा ने दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर मयंक मिश्र, प्रधानाचार्य आईटीआई बिल्हौर भी उपस्थित रहें।सभी के द्वारा कौशल विकास के लक्ष्यों एवं महत्व को लेकर अपने विचार साझा किए गए। इस अवसर पर श्रवण कुमार शुक्ला, अमरनाथ, विवेक शुक्ला, प्रमोद कुमार पाण्डेय आदि लोग मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

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