वाशिंगटन, 29 मार्च, भारत के बाहर अब अमेरिका के सिएटल शहर में भी जाति आधारित भेदभाव पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून प्रभावी हो गया है। पिछले महीने भारतवंशी नेता कशमा सावंत ने यह प्रस्ताव पेश किया था। सिएटल सिटी परिषद में यह प्रस्ताव ध्वनिमत से मंजूर किया गया।
जातिगत भेदभाव पर प्रतिबंध लगाने वाला सिएटल न केवल पहला अमेरिकी शहर है बल्कि दक्षिण एशिया से बाहर पहला क्षेत्र भी है। सावंत ने सोमवार को कहा कि जातिगत भेदभाव पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून आज से हमारे शहर सिएटल में प्रभावी हो गया है। सिएटल का कानून काम पर रखने, कार्यकाल, प्रोन्नति, कार्यस्थल की स्थिति या वेतन के संबंध में जाति आधारित भेदभाव को प्रतिबंधित करता है। यह कानून होटलों, सार्वजनिक यातायात के साधनों, सार्वजनिक विश्राम गृहों या खुदरा प्रतिष्ठानों जैसे सार्वजनिक साधनों में जाति के आधार पर भेदभाव पर प्रतिबंध लगाता है।
कशमा सावंत ने आगे कहा कि यह कानून किराए पर घर देने, संपत्ति की बिक्री और ऋण के लिए गिरवी रखने में भी जातिगत भेदभाव को प्रतिबंधित करता है।