पटना, 14 अक्टूबर (हि.स.)। इस वर्ष गंगा के जलस्तर में कमी नहीं होने के कारण छठ व्रतियों को थोड़ी मुश्किल हो सकती है। गंगा का जलस्तर चार दिनों से लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इससे इस बार छठ व्रतियों को इस महापर्व में थोड़ी ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
दरअसल, छठ पर्व शुरू होने में मजह कुछ दिन भी बचे हैं लेकिन गंगा का जलस्तर घटने का नाम नहीं ले रहा है। गंगा नदी में अभी भी उफान है। इसके कारण इस बार गंगा की गोद में भगवान भास्कर को अर्घ्य देने पर थोड़ी असमंजस बनी हुई है।
आधे से अधिक छठ घाटों पर मुश्किल हो सकता है आयोजन
इसी तरह से गंगा का जलस्तर बढ़ता रहा तो फिर 92 गंगा घाटों में से आधे से अधिक पर छठ का आयोजन मुश्किल हो जाएगा। गंगा के बढ़ते हुए इस जलस्तर के कारण गंगा का बढ़ने के कारण कलेक्ट्रेट, बांसपाट, महेंद्र घाट समेत दो दर्जन छोटे-बड़े गंगा घाटों पर पूजा पर संशय बना हुआ है। पानी ज्यादा रहने से गंगा घाटों पर बैरिकेडिंग के लिए समय कम बचेगा। ग्रामीण इलाकों के गंगा किनारे के प्रमुख घाटों पर इस बार छठ पूजा मुश्किल में दिख रह है।
पिछले वर्ष की तुलना में इस महीने डेढ़ मीटर ऊपर बह रही गंगा
पटना में गंगा का जलस्तर पिछले वर्ष इस महीने की तुलना में करीब डेढ़ मीटर ऊपर है। राजधानी पटना के दीघा में पिछले साल इस महीने में जलस्तर खतरे के निशान से 2.54 मीटर नीचे था। इस साल 10.98 मीटर ऊपर है। हाथीदह में नदी का जलस्तर 72 घंटे पहले ही खतरे के निशान के पार कर गया है। नदी यहां खतरे के निशान से 18 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।