Logo
Header
img

जबलपुरः दिव्यांगजनों की क्षमता प्रदर्शन के दो दिवसीय रीजनल एबिलिम्पिक्स संपन्न

दिव्यांग जनों के कौशल एवं क्षमता प्रदर्शन के लिये आयोजित दो दिवसीय सेंट्रल जोन रीजनल एबिलिम्पिक्स का जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय परिसर में रविवार को भव्य समारोह में समापन हुआ। रीजनल एबिलिम्पिक्स में मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के दिव्यांगजनों ने भाग लिया और विभिन्न स्पर्धाओं में अपने कौशल का प्रदर्शन किया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि नेशनल एबिलिम्पिक एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष कृष्ण कालरा थे और अध्यक्षता मुख्य अतिथि पूर्व निशक्तजन आयुक्त मध्य प्रदेश बलदीप सिंह मैनी ने की। एबिलिम्पिक्स के आयोजन के सूत्रधार एवं संरक्षक डॉ जितेन्द्र जामदार, नेशनल एबिलिंपिक एसोसिएशन के माहसचिव डॉ जितेंद्र अग्रवाल, सेवा निवृत सचिव भारत सरकार लव वर्मा, भारतीय वित्त सेवा की पूर्व अधिकारी संगीत वर्मा तथा छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश की विभिन्न संस्थाओं के प्रभारी और प्रतिभागी भी समापन समारोह में उपस्थित रहे। समापन समारोह को अपने उद्बोधन में कालरा ने विभिन्न स्पर्धाओं में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया एवं विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने बताया कि कैसे दिव्यांग बंधु भविष्य में अपने प्रदर्शन में सुधार कर विजेता बन सकते हैं। बलदीप सिंह मैनी ने एक छोटी कहानी द्वारा बताया कि दिव्यांगों की सेवा मानव समाज की सबसे बड़ी सेवा है। ऐसे सेवा कार्य करने वाले व्यक्तियों को दिव्यांग ईश्वर की तरह मानते हैं। उन्होंने विजेताओं को बधाई देते हुए सार्थक संस्था से पधारे विभिन्न पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सार्थक द्वारा सेंट्रल जोन के पदाधिकारियों की घोषणा की गई। जिसमें विख्यात अस्थिरोग विशेषज्ञ डॉ जितेंद्र जामदार को उपाध्यक्ष, बलदीप सिंह मैनी को सचिव तथा अजय बघेल एवं रजनीश अग्रवाल को सेंट्रल जोन के लिए सदस्य नियुक्त किया गया। समापन समारोह में ग्वालियर से पधारे हेंडी होप संस्था के अध्यक्ष दीपक द्विवेदी ने उत्कृष्ट कौशल प्रदर्शन के लिये दिव्यांगजनों को प्रमाणपत्र एवं चेक वितरित किये। रीजनल एबिलिम्पिक के संयोजक रजनीश अग्रवाल ने सभी अतिथियों, प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले प्रतिभागियों, उनके अभिभावकों को, सभी वॉलिंटियर्स एवं अन्य उपस्थित दिव्यांगजनों का आभार ज्ञापित किया गया। अस्थि बाधित दिव्यांग एवं एबिलंपिक्स की अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में चार बार भाग लेकर सिल्वर एवं विशिष्ट मेडल प्राप्त कर चुके अग्रवाल ने बताया कि पूरे कार्यक्रम के संयोजन हेतु डॉ जितेंद्र जामदार द्वारा किया गया उनका चयन दिव्यांगों के इंक्लूजन का एक सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। सेंट्रल जोन रीजनल एबिलिम्पिक्स का आयोजन कलेक्टर दीपक सक्सेना के कुशल निर्देशन में जिला प्रशासन द्वारा जन अभियान परिषद, रेड क्रॉस सोसायटी, सामाजिक न्याय एवं दिव्यांग जन कल्याण विभाग, रोटरी क्लब साउथ एवं ग्लोबल संस्थान के सहयोग से संपन्न हुआ। अयोजन में सम्भाग समन्वयक जन अभियान परिषद रवि बर्मन, जिला समन्वयक जन अभियान परिषद प्रदीप तिवारी, सहायक संचालक सामाजिक न्याय सोनम वर्बे, वरिष्ट समाज सेवी अजय बघेल, निधि गुप्ता, विवेक मिश्रा, नूपुर खरे, आशीष जैन, सोनिया सिंह, तृप्ति मिश्रा, विनायक राव, भारत महरोलिया, अशीष व्यास, विजय खरे, अमित पांडेय,तिलक सिंह एवं श्याम चौबे की सक्रिय सहभागिता रही।
Top